Last Updated on February 10, 2025 13:25, PM by Pawan
नई दिल्ली: फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स प्लेटफार्म स्विगी (Swiggy) के शेयर सोमवार को बीएसई पर 6% टूटे। इसी के साथ इसके शेयर 359 रुपये तक गिर गए जो कि इसका 52 हफ़्तों के नया निचला स्तर है। पिछले हफ्ते ही कंपनी के अपने तिमाही परिणाम जारी किए हैं, जो कि उम्मीद से भी कमज़ोर थे। शायद यही वजह है कि इसके निवेशक घाटे में शेयर बेच कर निकल रहे हैं।
बढ़ गया है कंपनी का कुल घाटा
कंपनी का Q3 EBITDA घाटा अनुमान से भी ज़्यादा रहा है। इस दौरान इसका कुल घाटा बढ़कर 799 करोड़ रुपये हो गया है। हालांकि, सालाना आधार पर इसके रेवेन्यू में 31% की वृद्धि हुई है। उल्लेखनीय है कि पिछले साल आए आईपीओ के दौरान स्विगी का 390 रुपये मिला था। पिछले कुछ दिनों से यह आईपीओ मूल्य से भी नीचे कारोबार कर रहा है।
इस साल निवेशकों के डूबे 40 हजार करोड़
नए साल मतलब साल 2025 में ही देखें तो निवेशकों ने अब तक 40,253 करोड़ रुपये गंवा दिया है। इतने दिनों में ही कंपनी का बाजार पूंजीकरण या मार्केट कैप में इतनी की कमी आई है। इसके शेयर का सर्वकालिक उच्च स्तर तो बीएसई में 617 रुपये था। उस दिन के मार्केट कैप से जोड़ा जाए तो तब से अब तक इसके निवेशकों के 57,816 करोड़ रुपये डूब चुके हैं।
और बढ़ेगा घाटा
बोफा सिक्योरिटीज का कहना है “बढ़ती प्रतिस्पर्धा और डार्क स्टोर्स में निरंतर निवेश को देखते हुए, हमें उम्मीद है कि चौथी तिमाही में इसका घाटा और बढ़ेगा। इसका फूड डिलीवरी KPI (ग्रोथ, MTU वृद्धि, आदि पर) ज़ोमैटो से बेहतर था, लेकिन क्विक कॉमर्स KPI ज़ोमैटो से पिछड़ गया, खासकर ऑर्डर वृद्धि और योगदान मार्जिन (CM) के मामले में।” ब्रोकरेज का टारगेट प्राइस 510 रुपये है, जो “खरीदें” रेटिंग बनाए रखता है।
और घटेगा शेयर प्राइस?
इस बीच, मैक्वेरी Macquarie ने कहा है कि अभी शेयर में सबसे बड़ी मंदी आने वाली है। इसने इसका टारगेट प्राइस 325 रुपये बताया है।