Last Updated on January 5, 2025 8:50, AM by Pawan
Mukul Agrawal Portfolio: दिग्गज निवेशक मुकुल अग्रवाल के पोर्टफोलियो में पिछली तिमाही अक्टूबर-दिसंबर 2024 में बड़ा बदलाव हुआ। दिसंबर तिमाही में उन्होंने इलेक्ट्रिक और इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स बनाने वाली कॉनकॉर्ड कंट्रोल सिस्टम्स के शेयरों की इतनी भारी बिकवाली की कि उनकी हिस्सेदारी 4 फीसदी से घटकर 1 फीसदी के नीचे ही आ गई। चूंकि सिर्फ एक फीसदी से अधिक की ही होल्डिंग के बारे में कंपनियों को शेयरहोल्डिंग पैटर्न में खुलासा करना अनिवार्य है तो यह खुलासा नहीं हो पाया कि मुकुल अग्रवाल के पोर्टफोलियो में अब कितने शेयर हैं या कहीं उन्होंने पूरी हिस्सेदारी ही तो नहीं बेच दी है।
Mukul Agrawal Portfolio: पहले भी बेच चुके हैं ढेर शेयर
पहली बार मुकुल अग्रवाल ने कॉनकॉर्ड कंट्रोल के शेयरों की भारी बिक्री नहीं की है। इससे पहले मार्च 2024 तिमाही के आखिरी में उनकी इस कंपनी में 4 फीसदी हिस्सेदारी थी जोकि अगली तिमाही में घटकर 1 फीसदी के नीचे आ गई। इसके बाद मुकुल अग्रवाल ने इसकी फिर ताबड़तोड़ खरीदारी की और सितंबर तिमाही के आखिरी में उनकी होल्डिंग फिर से 4 फीसदी हो गई। अब दिसंबर तिमाही में उन्होंने फिर तेज बिकवाली की और हिस्सेदारी 1 फीसदी के नीचे आ गई। एक तरह से उन्होंने इसकी स्विंग खरीदारी-बिकवाली की यानी कि लंबे समय तक होल्ड करने की बजाय समय-समय पर खरीदारी की, फिर बेच दी, फिर खरीदी और फिर बेची।
इन तिमाहियों में शेयरों के उतार-चढ़ाव की बात करें तो कॉनकॉर्ड कंट्रोल सिस्टम्स के शेयर मार्च 2024 तिमाही में 29 फीसदी से अधिक टूटे थे, जिस तिमाही में मुकुल अग्रवाल की कंपनी में होल्डिंग 4 फीसदी हुई। फिर जून तिमाही के आखिरी में होल्डिंग तेजी से गिरी और उस तिमाही में इसके शेयर करीब 94 फीसदी मजबूत हुए थे। फिर सितंबर तिमाही में मुकुल ने इसके शेयर खरीदे और इस तिमाही में शेयर 55 फीसदी से अधिक मजबूत हुए। इसके बाद दिसंबर तिमाही में मुकुल की कंपनी में होल्डिंग एक फीसदी से नीचे आई जिसमें शेयर करीब 11 फीसदी कमजोर हुआ।
Concord Control Systems के बारे में
कॉनकॉर्ड कंट्रोल सिस्टम्स लखनऊ की कंपनी है जो भारतीय रेलवे के लिए इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट्स बनाती है। इसके शेयरों की बात करें तो इसने निवेशकों की शानदार कमाई कराई है। पिछले साल 15 मार्च 2024 को यह 538.00 रुपये पर था जो इसके शेयरों के लिए एक साल का निचला स्तर है। इस निचले स्तर से 6 महीने में यह 283 फीसदी से अधिक उछलकर 5 सितंबर 2024 को 2062.05 रुपये के भाव पर पहुंच गया जो इसके शेयरों के लिए रिकॉर्ड हाई है। हालांकि शेयरों की तेजी यहीं थम गई और फिलहाल इस हाई से यह 17 फीसदी डाउनसाइड है। इसके शेयर आईपीओ निवेशकों को 55 रुपये के भाव पर जारी हुए थे और BSE SME पर यह 10 अक्टूबर 2022 को लिस्ट हुआ था।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। हमारी तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।