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Market outlook 2025: नए साल के लिए टॉप PMS मैनेजरों की ओर से पांच सुझाव: ग्रोथ सेक्टर और प्रॉक्सी प्ले में करें निवेश

Market outlook 2025: नए साल के लिए टॉप PMS मैनेजरों की ओर से पांच सुझाव: ग्रोथ सेक्टर और प्रॉक्सी प्ले में करें निवेश

Last Updated on December 29, 2024 18:43, PM by Pawan

Market outlook 2025: साल 2024 हमारे बाजारों के लिए उल्लेखनीय रहा है। पिछले कुछ महीनों के दौरान कुछ करेक्शन और काफी ज्यादा उतार-चढ़ाव के बावजूद, निफ्टी 50 इंडेक्स ने 9.53फीसदी का रिटर्न दिया है। जबकि सेंसेक्स ने निवेशकों के लिए 9.25 फीसदी मुनाफा दिया है। 2025 के करीब आने के साथ ही सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज (पीएमएस) के मैवेजर निवेशकों के लिए अपनी सलाह साझा करते हुए कह रहे हैं कि 2025 में स्टॉक चुनने के लिए बॉटम-अप नजरिया अपनाएं, ग्रोथ की संभावना वाले सेक्टरों को प्राथमिकता दें और संभावित अवसरों को फायदा उठाने के लिए प्रॉक्सी प्ले का लाभ उठाएं।

स्टैलियन एसेट के संस्थापक और मुख्य निवेश अधिकारी अमित जेसवानी का कहना है कि कि मार्केट कैप (लार्ज,मीडियम या स्मॉल) की परवाह किए बिना निवेशकों को अपना फोकस मजबूत ग्रोथ क्षमता वाली कंपनियों और प्रभावी ढंग से अपना काम पूरा करने वाली कंपनियों पर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि निवेशकों को ग्रोथ का पीछा करना चाहिए और उन कंपनियों के साथ रहना चाहिए जो अपने कारोबार में शानदार निष्पादन क्षमता का प्रदर्शन करती हैं।

इसी तरह ग्रीन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स के संस्थापक और फंड मैनेजर दिवम शर्मा कहते हैं कि निवेशकों को अपनी रणनीतियों में सुधार करना चाहिए और रिटर्न को अधिकतम करने के लिए ग्रोथ की संभावना वाले सेक्टरों और प्रॉक्सी-प्ले पर फोकस करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ग्लोबल अनिश्चितताएं लार्ज-कैप शेयरों के लिए चुनौती बनसकती हैं। लेकिन इनोवेटिव सेक्टरों में मिड- और स्मॉल-कैप फर्मों का प्रदर्शन बेहतर रहने की संभावना है।

उदाहरण के लिए वे सेक्टर पर जोर देते हैं जिसको 5G रोलआउट, IOT और AI से फायदा हो रहा है। शर्मा का कहना है कि 5G इंफ्रास्ट्रक्चर की सप्लाई करने वाली कंपनियों (टेकॉम दिग्गजों के बजाय) में निवेश से आगे अच्छा रिटर्न मिल सकता है।

इन्वेस्टसैवी पीएमएस (InvestSavy PMS) के प्रबंध निदेशक और सीईओ आशीष गोयल का मानना ​​है कि वैल्यूएशन में बढ़त हुई है, जिससे निवेशकों के लिए या तो शेयरों पर गहन शोध करना या फंडों के माध्यम से निवेश करने पर विचार करना और भी जरूरी हो गया है। उन्होंने कहा कि निवेशकों को बाजार को टाइम करने की कोशिश करने और लीवरेजिंग बचना चाहिए।

वॉलफोर्ट पीएमएस के संस्थापक और सीआईओ विजय भाराडिया का मानना ​​है कि लो प्राइस-टू-अर्निंग (पी/ई) रेशियो और उच्च गुणवत्ता वाले स्टॉक विशेष रूप से आकर्षक होते हैं, क्योंकि मंदी के दौरान उनमें कम उठापटक देखने को मिलती है। भाराडिया को डेटा सेंटर स्पेस बहुत पसंद है क्योंकि भारत में इंटरनेट यूजरो की बढ़ती संख्या (75.15 करोड़ से ज़्यादा) ने डेटा स्टोरेज और प्रोसेसिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की मांग को बढ़ावा दिया है। वे कहते हैं, “यह ट्रेंड डेटा सेंटर के विकास और संचालन में शामिल कंपनियों के लिए महत्वपूर्ण विकास के अवसर प्रदान करता है।”

बताते चलें कि स्टैलियन एसेट के कोर फंड ने पिछले एक साल में 70.5 फीसदी और वॉलफोर्ट पीएमएस के डायवर्सिफाइड फंड ने 65.8 फीसदी का रिटर्न दिया है। वहीं इन्वेस्टसैवी के अल्फा फंड ने 59 फीसदी और ग्रीन पोर्टफोलियो के इम्पैक्ट ईएसजी फंड ने पिछले एक साल में 55.8 फीसदी का रिटर्न दिया है।

डिस्क्लेमर: stock market news पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को stock market news की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

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