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Burkina Faso: बुर्किना फासो में अल-कायदा ने बरपाया कहर, आतंकियों ने एक साथ 600 लोगों को मार दी गोली

Burkina Faso Massacre: बुर्किना फासो के बार्सालोघो (Massacre in Barsalogho) शहर में हुए एक भयानक आतंकी हमले में लगभग 600 लोगों की मौत हो गई। इनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। यह नरसंहार, आतंकी संगठन अल-कायदा से जुड़े जमात नुसरत अल-इस्लाम वाल-मुस्लिमीन (JNIM) के सदस्यों द्वारा किया गया। बताया जा रहा है कि 24 अगस्त को यह आतंकी हमला उस समय हुआ जब ग्रामीण खाइयां खोदने का काम कर रहे थे। अगस्त में हुए इस नरसंहार की खबर दबाने का आरोप है। यह मामला अब सुर्खियों में आया है। यह हमला अशांत बुर्किना फासो के इतिहास की सबसे विनाशकारी घटनाओं में से एक है, जो 2015 से बढ़ते जिहादी विद्रोह से ग्रस्त है।

अमेरिकी न्यूज चैनल CNN के अनुसार, लोगों ने बताया कि मोटरसाइकिलों पर सवार हथियारों से लैश आतंकवादी शहर के बाहरी इलाके में घुस आए और खाइयों में काम कर रहे लोगों पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। हमले में जीवित बचे एक शख्स ने कहा, “मैं भागने के लिए खाई में रेंगने लगा। लेकिन ऐसा लग रहा था कि हमलावर खाइयों का पीछा कर रहे हैं। मेरे रास्ते में हर जगह खून था। हर जगह चीख-पुकार मची हुई थी।”

एक अन्य जीवित बचे व्यक्ति ने बताया कि 24 अगस्त को हिंसा पूरे दिन जारी रही। अपने परिवार के दो सदस्यों को खो चुके व्यक्ति ने कहा, “JNIM के आतंकियों ने पूरे दिन लोगों को मारा।” ACLED (Armed Conflict Location & Event Data Project) के अनुसार, स्थानीय समुदाय को हमले के बाद तीन दिनों तक अपनों के शवों को इकट्ठा करने का काम करना पड़ा। एक निवासी ने कहा कि इतने सारे शव थे कि उन्हें दफनाना लगभग असंभव कार्य हो गया था।

 

10 महीने में 3,800 लोगों की हत्या

संयुक्त राष्ट्र (UN) के शुरुआती अनुमानों में लगभग 200 लोगों की मौत का अनुमान लगाया गया था। लेकिन फ्रांसीसी सरकार के सुरक्षा आकलन के हवाले से CNN ने बताया कि मरने वालों की संख्या 600 तक हो सकती है। ACLED ने कहा कि यह दुखद घटना बुर्किना फासो में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति को दर्शाती है, जहां अल-कायदा (Al-Qaeda) और इस्लामिक स्टेट (ISIS) से जुड़े जिहादी समूहों ने कहर बरपाया है। एसीएलईडी के अनुसार आतंकियों ने अकेले इस साल लगभग 3,800 लोगों की हत्या की है।

संघर्ष ने 20 लाख से ज्यादा लोगों को अपने घरों से निकलने पर मजबूर कर दिया है। आतंकियों के कहर से अफ्रीकी देश गंभीर मानवीय संकटों से जूझ रहा है। जैसे-जैसे हिंसा आगे बढ़ रही है, स्थानीय लोगों को सुरक्षा के लिए खाई खोदने का आदेश देने की सेना की रणनीति दुखद रूप से अप्रभावी साबित हुई है। JNIM ने नागरिकों को सेना का समर्थन न करने की चेतावनी दी है, जिससे क्षेत्र में भय और अस्थिरता का माहौल और बढ़ गया है।

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