Last Updated on November 17, 2025 11:46, AM by Khushi Verma
Market today : 17 नवंबर को भारतीय बेंचमार्क इंडेक्सों ने लगातार छठे कारोबारी सत्र में बढ़त बनाए रखी है। बाजार को व्यापक खरीदारी का सपोर्ट मिल रहा है जिससे मार्केट का ओवरऑल सेंटीमेंट अच्छा बना हुआ है। बाजार जानकारों का कहना है कि कॉर्पोरेट अर्निंग्स का मौसम समाप्त होने के साथ निवेशकों का ध्यान अब आगामी भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता पर होगा। यह बाजार के लिए अगला बड़ा ट्रिगर होगा।
फिलहाल, सेंसेक्स 144.14 अंक या 0.17 प्रतिशत बढ़कर 84,706.92 पर और निफ्टी 37.50 अंक या 0.14 प्रतिशत बढ़कर 25,947.55 पर कारोबार कर रहा है। लगभग 2030 शेयरों में तेजी, 1064 शेयरों में गिरावट और 183 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। बैंक निफ्टी ने 350 अंकों से ज्यादा के उछाल के साथ फिर नया LIFE TIME HIGH बनाया है।
बेंचमार्क इंडेक्सों में तो हल्की बढ़त है। लेकिन मिड और स्मॉलकैप बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 में 0.5 प्रतिशत तक की तेजी के साथ कारोबार हो रहा है। इस बीच,वोलैटिलिटी इंडेक्स इंडिया VIX में लगातार बढ़त जारी रही है। जिससे शेयर बाजारों में तेजी के बावजूद ट्रेडरों में थोड़ी सतर्कता की भावना का संकेत मिला रहा है।
आज PSU बैंकों में सबसे ज्यादा तेजी देखने को मिल रही है। निफ्टी का पीएसयू बैंक इंडेक्स करीब डेढ़ परसेंट मजबूती के साथ कारोबार कर रहा है। सेंट्रल बैंक 3 फीसदी से ज्यादा चला है। साथ ही रियल्टी, एनर्जी और प्राइवेट बैंकों में भी अच्छी खरीदारी देखने को मिल रही है। NBFCs, चुनिंदा ऑटो और डिफेंस में भी रौनक है। लेकिन IT शेयरों में हल्की नरमी देखने को मिल रही है।
एक्सपर्ट्स की राय
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के वीके विजयकुमार का कहना है कि दूसरी तिमाही के नतीजों से अर्निंग ग्रोथ में सुधार के संकेत मिले है। कंपनियों के मुनाफे में औसतन 10.8 प्रतिशत की बढ़त हुई है, जो पिछली छह तिमाहियों में सबसे मज़बूत प्रदर्शन है और पहले के अनुमानों से बेहतर भी है। उन्होंने आगे कहा कि खपत के रुझान बताते हैं कि तीसरी तिमाही की अर्निंग्स में और सुधार हो सकता है। डिस्क्रिशनरी और खासकर ऑटोमोबाइल में होने वाले खर्च में बढ़त की संभावना है। हालांकि,उन्होंने यह भी कहा कि यह देखना बाकी है कि त्योहारी सीज़न के बाद भी यह तेजी बनी रहेगी या नहीं।
विजयकुमार ने इस बात की और भी इशारा किया कि बाजार में लगातार तेजी के बावजूद, विदेशी संस्थागत निवेशकों की लगातार बिकवाली के कारण नए रिकॉर्ड स्तर हासिल करना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने कहा कि बाजारों में लगातार तेजी बने रहने के लिए,एफआईआई के रुख में बदलाव बेहद ज़रूरी है। अगर तीसरी तिमाही में कंपनियों की अर्निंग्स में और मजबूती आती है तो भारत में एफआईआई की वापसी हो सकती है और ऐसा होने के अच्छे संकेत भी दिखने लगे हैं।
चॉइस इक्विटी ब्रोकिंग की तकनीकी एवं डेरिवेटिव विश्लेषक अमृता शिंदे का कहना है कि वर्तमान बाजार में ट्रेडरों को गिरावट पर चुनिंदा में खरीदारी का तरीका अपना चाहिए। उन्होंने रिस्क मैनेजमेंट के लिए ट्रेलिंग स्टॉप-लॉस को कम रखने और आंशिक मुनाफावसूली का भी सुझाव दिया है। उनका कहना कि निफ्टी में नई लॉन्ग पोजीशन केवल 26,100 के ऊपर ही ले। टेक्निकल लेवलो और ग्लोबल संकेतों पर बारीकी से नज़र रखें।
17 नवंबर के लिए अहम लेवल
एनरिच मनी के सीईओ, पोनमुडी आर का कहना है कि निफ्टी एक स्टेबल अपवर्ड स्ट्रक्चर बनाए हुए है। इसके लिए 25,950-26,000 का जोन तत्काल सपोर्ट लेवल के रूप में काम कर रहा है। इस बैंड के ऊपर की तेजी इसके लिए 26,100 और 26,200 के रेजिस्टेंस टारगेट का रास्ता खोल सकती है जो हालिया कंसोलीडेशन फेज की ऊपरी सीमा है। नीचे की ओर, 25,900 से नीचे की गिरावट 25,822-25,750 की ओर एक मामूली इंट्राडे पुलबैक की वजह बन सकती है। हालांकि,सेंटीमेंट मजबूत बना हुआ है। तकनीकी रूप से, निफ्टी मिड बोलिंगर बैंड (20-एसएमए) से ऊपर कारोबार कर रहा है, लेकिन 26,090 के पास ऊपरी बैंड पर रेजिस्टेंस का सामना कर रहा है। आज के सत्र में इस लेवल पर नज़र रखना जरूरी है।