Last Updated on November 14, 2025 20:49, PM by Pawan
अडाणी ग्रुप ने आंध्र प्रदेश में अगले 10 साल में 1 लाख करोड़ रुपए निवेश करने का ऐलान किया है। यह निवेश पोर्ट्स, सीमेंट, डेटा सेंटर्स, एनर्जी और एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग में होगा।
ग्रुप राज्य में पहले से ही ₹40,000 करोड़ निवेश कर चुका है। आंध्र प्रदेश इन्वेस्टर समिट में करण अडाणी ने $15 बिलियन के विजाग टेक पार्क का विजन पेश किया।
ये गूगल के साथ पार्टनरशिप में ग्रीन एनर्जी से चलने वाला हाइपरस्केल डेटा सेंटर इकोसिस्टम होगा। वहीं, असम में भी अडाणी पावर और अडाणी ग्रीन ₹63,000 करोड़ इन्वेस्ट करेगा।
आंध्र प्रदेश में निवेश का प्लान
अडाणी ग्रुप आंध्र प्रदेश को भारत के अगले दशक के ट्रांसफॉर्मेशन का लॉन्चपैड बनाने का दावा कर रहा है। यह निवेश मौजूदा 40,000 करोड़ के अलावा है, जो पोर्ट्स, लॉजिस्टिक्स, सीमेंट, इंफ्रा और रिन्यूएबल एनर्जी में गया। ग्रुप के मौजूदा ऑपरेशंस से राज्य में 1 लाख से ज्यादा डायरेक्ट और इंडायरेक्ट जॉब्स पैदा हो चुके हैं।

विशाखापट्टनम में टेक पार्क बनाएगी कंपनी
अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (APSEZ) के मैनेजिंग डायरेक्टर करण अडाणी ने समिट में विजाग टेक पार्क का प्लान बताया। यह दुनिया का सबसे बड़ा ग्रीन-पावर्ड हाइपरस्केल डेटा सेंटर इकोसिस्टम बनेगा, जिसमें गूगल पार्टनर होगा। करण अडाणी ने कहा, यह सिर्फ टेक पार्क नहीं, बल्कि भारत की डिजिटल सॉवरेन्टी का फाउंडेशन है। हम ग्रीन एनर्जी से चलने वाला सिस्टम बना रहे हैं।
असम में पावर प्रोजेक्ट्स
अडाणी पावर लिमिटेड ₹48,000 करोड़ के निवेश से असम में 3,200 MW का ग्रीनफील्ड अल्ट्रा सुपरक्रिटिकल पावर प्लांट लगाएगी। यह भारत का सबसे बड़ा प्राइवेट सेक्टर पावर जेनरेटर होगा। वहीं, अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) 15,000 करोड़ से 2,700 MW के दो पंप्ड स्टोरेज प्लांट्स (PSP) बनाएगी। AGEL को 500 MW एनर्जी स्टोरेज कैपेसिटी का LoA मिला है। ये प्रोजेक्ट्स राज्य में कुल 63,000 करोड़ का निवेश लाएंगे।
नॉर्थ-ईस्ट भारत की ग्रोथ स्टोरी का महत्वपूर्ण हिस्सा
अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी ने कहा, “नॉर्थ-ईस्ट भारत की ग्रोथ स्टोरी का महत्वपूर्ण हिस्सा बन रहा है। हम 3,200 MW थर्मल पावर और 2,700 MW PSP प्रोजेक्ट्स से एनर्जी सिक्योरिटी, इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट और जॉब क्रिएशन को बढ़ावा देंगे।” उन्होंने फरवरी में नॉर्थईस्ट के लिए 50,000 करोड़ निवेश का वादा दोहराया। अडाणी ने असम को नॉर्थईस्ट कॉरिडोर के प्रोग्रेस का कैटेलिस्ट बताया।