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Manipal के रंजन पई ने Byju’s की पेरेंट कंपनी थिंक एंड लर्न के लिए लगाई बोली

Manipal के रंजन पई ने Byju’s की पेरेंट कंपनी थिंक एंड लर्न के लिए लगाई बोली

Last Updated on November 14, 2025 7:25, AM by Khushi Verma

डॉ रंजन पई की अगुवाई वाले मणिपाल एजुकेशन एंड मेडिकल ग्रुप इंडिया (एमईएमजी इंडिया) ने बायजूज की थिंक एंड लर्न (टीएलपीएल) को खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है। दिवालिया हो चुकी बायजूज की पेरेंट कंपनी टीएलपीएल का कॉर्पोरेट इनसॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन प्रोसेस चल रहा है। एमईएमजी इंडिया ने इसमें हिस्सा लिया है।

MEMG ने टीएलपीएल की वित्तीय जानकारी भी मांगी है

रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल (RP) के पास फाइल किए गए डॉक्युमेंट्स के मुताबिक, MEMG ने संभावित रिजॉल्यूशन अप्लिकेंट्स (PRA) की लिस्ट में खुद को शामिल करने का अनुरोध किया है। उसने TLPL की वित्तीय स्थिति और ऑपरेशनल डेटा की भी जानकारी मांगी है। इससे रिजॉल्यूशन प्लान के आंकलन में उसे मदद मिलेगी। RP के एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (EOI) के सब्मिशन के लिए तारीख बढ़ाकर 13 नवंबर, 2025 कर देने के बाद यह MEMG का दूसरा सब्मिशन है।

एमईएमजी आईबीसी, 2016 के मानकों को पूरा करती है

MEMG ने अपनी फाइलिंग में कहा है कि वह इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड (IBC), 2016 के तहत तय सभी एलिजिबिलिटी मानकों को पूरा करती है। इनमें सेक्शन 29ए का कंप्लायंस शामिल है, जो कुछ एनटिटी को बोली लगाने की इजाजत नहीं देता है। कंपनी ने अपने EOI के तहत सभी जरूरी अंडरटेकिंग्स, कॉन्फिडेंशियल कमिटमेंट्स और ई-स्टैम्प्ड डॉक्युमेंटेशन सब्मिट कर दिए हैं।

MEMG टीएलपीएल के लिए EOI सब्मिट करने वाली अकेली कंपनी

आरपी अब सभी ईओआई पर विचार करेंगे। उसके बाद पीआरए की एक प्रोविजनल लिस्ट जारी की जाएगी। फिर कमेटी ऑफ क्रेडिटर्स (CoC) के एप्रूवल और वेरिफिकेशन के बाद फाइनल लिस्ट जारी की जाएगी। हालांकि, EOI सब्मिट करना लिस्ट में नाम आने या अगले चरण में जाने की गारंटी नहीं है। लेकिन, सूत्रों का कहना है कि अभी MEMG अकेली कंपनी है, जिसने बायजूज की पेरेंट कंपनी के लिए EOI सब्मिट किया है।

NCLT की निगरानी में चल रहा रिजॉल्यूशन प्रोसेस

थिंक एंड लर्न का इनसॉल्वेंसी प्रोसेस नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल (NCLT) की निगरानी में चल रहा है। इसका मकसद कंपनी की रीस्ट्रक्चरिंग के लिए एक व्याहारिक रिजॉल्यूशन प्लान तक पहुंचना है। MEMG की पहले से आकाश एजुकेशनल सर्विसेज में नियंत्रण योग्य हिस्सेदारी है। थिंक एंड लर्न ने 2021 में आकाश एजुकेशनल का अधिग्रहण किया था। अब भी इसमें टीएलपीएल की 25 फीसदी हिस्सेदारी है। टीएलपीएल का रिजॉल्यूशन अगर सफल रहता है तो एमईएमजी का आकाश पर नियंत्रण और बढ़ जाएगा। यह मणिपाल के एजुकेशन पोर्टफोलियो में भी फिट बैठती है।

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