Last Updated on November 13, 2025 10:58, AM by Pawan
Stock market news : भारत के इक्विटी बेंचमार्क निफ्टी 50 और सेंसेक्स में 13 नवंबर को शुरुआती कारोबार के दौरान मामूली गिरावट देखने को मिल रही है। लगातार तीन दिन की तेजी के बाद निवेशक सतर्क दिख रहे हैं। सुबह 10 बजे के आसपास सेंसेक्स 4.68 अंक या 0.01 प्रतिशत की गिरावट के साथ 84,461.83 पर और निफ्टी 2.50 अंक या 0.01 प्रतिशत की बढ़त के साथ 25,878.30 पर दिख रहा था। लगभग 1880 शेयरों में तेजी आई, 1388 शेयरों में गिरावट आई और 164 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ था।
सेक्टोरल इंडेक्सों के रुझान मिले-जुले
शुरुआती कारोबार में सेक्टोरल इंडेक्सों के रुझान मिले-जुले नजर आ रहे थे। मेटल में हुई बढ़त, आईटी और निजी बैंकों के शेयरों की कमजोरी से बेअसर हो गई है। निफ्टी मेटल इंडेक्स में सबसे ज़्यादा 0.91 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिल रही है। जबकि, निफ्टी मीडिया में 0.43 फीसदी की बढ़त के साथ कारोबार हो रहा है। दूसरी ओर, निफ्टी आईटी में 0.34 प्रतिशत और निफ्टी प्राइवेट बैंक में 1.17 प्रतिशत की गिरावट आई है। निफ्टी ऑटो, तेल एवं गैस और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स इंडेक्स में भी हल्की गिरावट है।
वोलैटिलिटी इंडेक्स इंडिया VIX, लगभग 3% गिरा
इस बीच, निफ्टी बैंक, एनर्जी, एफएमसीजी, इंफ्रा, फार्मा, पीएसयू बैंक और रियल्टी शेयरों में कोई खास एक्शन नहीं है और वे सपाट कारोबार कर रहे हैं। बाजार की वोलैटिलिटी इंडेक्स इंडिया VIX, लगभग 3 प्रतिशत गिरकर 11.75 पर आ गया है। ये बाजार के लिए राहत की खबर है।
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा दरों में कटौती की उम्मीद बढ़ी
अक्टूबर में भारत की रिटेल महंगाई दर 0.25 फीसदी के रिकॉर्ड लो पर आ गई है, जो 2013 में नई सीरीज शुरू होने के बाद से सबसे निचला स्तर है। बाजार जानकारों को उम्मीद है कि दिसंबर की बैठक में भारतीय रिजर्व बैंक बेंचमार्क रेट में एक और कटौती करेगा।
बाजार को नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर ले जाने के लिए और ज्यादा ट्रिगर्स की जरूर
मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि बाजार को नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर ले जाने के लिए और ज्यादा ट्रिगर्स की जरूर है। बिहार चुनाव के नतीजों को बाजार द्वारा काफी हद तक पचा लिया गया है। इसलिए ऐसे कोई राजनीतिक ट्रिगर नहीं हैं जो बाजार को बहुत ऊपर ले जा सकें। लेकिन अगर वास्तविक चुनाव परिणाम एग्जिट पोल से अलग निकले तो स्थिति बदल सकती है।
बाजार पर एक्सपर्ट्स की राय
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के वीके विजयकुमार ने कहा, “जिन अहम आर्थिक खबरों पर नज़र रखनी होगी, उनमें भारत-अमेरिका व्यापार समझौता शामिल है, जिसमें दंडात्मक शुल्कों को हटाया सकता है और रिसीप्रोकल टैरिफ को भी कम किया जा सकता है। अक्टूबर में भारत की रिटेल महंगाई में 0.25% की गिरावट, दिसंबर में एमपीसी द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावना का संकेत दे रही है। लेकिन मौद्रिक नीतियों में नरमी का असर जल्दी न दिखना आरबीआई के लिए एक चुनौती बन गया है।”
सैमको सिक्योरिटीज के डेरिवेटिव्स रिसर्च एनालिस्ट,धुपेश धमेजा की राय है कि तकनीकी नजरिए से निफ्टी अपने 10- और 20-डे एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (DEMA) से ऊपर ट्रेड कर रहा है। इसके अलावा पिछले रेजिस्टेंस जोन नए सपोर्ट स्तरों में बदल रहे हैं। 25,700-25,780 के गैप-सपोर्ट रेंज से ऊपर बने रहने पर बाजार का शॉर्ट टर्म सेंटीमेंट मजबूत होगा और मौजूदा तेजी के दौर को सपोर्ट मिलेगा। जब तक निफ्टी 25,700-25,650 के ऊपर बना रहता है, तब तक ट्रेडरों के लिए गिरावट पर खरीदारी की रणनीति कारगर रहेगी। निफ्टी के लिए ऊपर की ओर 25,950 के आसपास तत्काल रेजिस्टेंस है। इस लेवल के पार जाने पर निफ्टी में नई तेजी आ सकती है। इसके विपरीत,अगर बिहार चुनाव के नतीजों से कोई झटका लगता है तो 25,650 से नीचे का स्तर गिरावट बढ़ा सकता है।
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