Last Updated on November 12, 2025 14:56, PM by Khushi Verma
Yatra Online Share Price: करीब दो साल पहले घरेलू स्टॉक मार्केट में लिस्ट हुई यात्रा ऑनलाइन के शेयर सितंबर तिमाही के धमाकेदार कारोबारी नतीजे पर रॉकेट बन गए। सितंबर तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा लगभग डबल हुआ तो इसका जश्न शेयरों ने भी मनाया और 19% से अधिक उछलकर एक साल के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गए। इस तेजी का कुछ निवेशकों ने फायदा भी उठाया जिससे भाव थोड़े नरम पड़े लेकिन अब भी यह काफी मजबूत स्थिति में है। फिलहाल बीएसई पर यह 12.56% की बढ़त के साथ ₹185.45 पर है। इंट्रा-डे में यह 19.39% के उछाल के साथ ₹196.70 के हाई तक पहुंचा था। आज लगातार चौथे दिन यह ऊपर चढ़ा है और आज के इंट्रा-डे हाई के हिसाब से चार दिनों में यह 39% उछलकर एक बार फिर आईपीओ प्राइस के पार चला गया। खास बात ये है कि यात्रा ऑनलाइन के शेयरों में ऐसी तेजी जून 2025 तिमाही के नतीजे आने के बाद आई थी।
Yatra Online के लिए कैसी रही सितंबर तिमाही?
चालू वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही जुलाई-सितंबर 2025 में यात्रा ऑनलाइन का रेवेन्यू सालाना आधार पर 48.4% बढ़कर ₹350.8 करोड़ पर पहुंच गया। वहीं इस दौरान कंपनी का शुद्ध मुनाफा तो रॉकेट की स्पीड से 94.5% बढ़कर यानी लगभग डबल होकर ₹14.2 करोड़ पर पहुंच गया। ऑपरेटिंग लेवल पर बात करें तो यात्रा ऑनलाइन का ऑपरेटिंग प्रॉफिट यानी ईबीआईटीए सितंबर तिमाही में सालाना आधार पर दोगुना से अधिक बढ़कर ₹9 करोड़ से ₹23.7 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान ऑपरेटिंग मार्जिन भी 3.8% से बढ़कर 6.8% पर पहुंच गया।
अब तक कैसी रही शेयरों की चाल?
यात्रा ऑनलाइन के शेयरों की घरेलू स्टॉक मार्केट में करीब दो साल पहले 28 सितंबर 2023 को एंट्री हुई थी। इसके ₹775 करोड़ के आईपीओ के तहत निवेशकों को ₹142 के भाव पर शेयर जारी हुए थे। लिस्टिंग के दिन इसकी चाल सुस्त रही और डिस्काउंट पर एंट्री के बाद दिन भर आईपीओ प्राइस के पार नहीं पहुंच सका। अब एक साल में इसके शेयरों के चाल की बात करें तो इसके के शेयर 12 मार्च 2025 को ₹65.70 पर थे जो इसके लिए एक साल का रिकॉर्ड निचला स्तर है। इस निचले स्तर से यह आठ महीने में 199.39% उछलकर आज 12 नवंबर 2025 को ₹196.70 पर पहुंच गया जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड हाई लेवल है यानी कि महज आठ महीने में इसने निवेशकों का पैसा करीब तीन गुना कर दिया।
इसके शेयरहोल्डिंग पैटर्न की बात करें तो सितंबर 2025 तक के आंकड़ों के हिसाब से इसमें 64.46% हिस्सेदारी प्रमोटर्स की है और बाकी 35.54% पब्लिक शेयरहोल्डर्स की। इसमें 5 म्यूचुअल फंड्स की 12.73% और ₹2 लाख तक के निवेश वाले 44,707 खुदरा निवेशकों की हिस्सेदारी 11.07% है। वहीं विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी 4.20% है