Last Updated on November 10, 2025 18:55, PM by Pawan
SIP discontinuation: पिछले कुछ साल में म्यूचुअल फंड SIP निवेशकों के लिए सबसे पसंदीदा तरीका बन चुका है। कम रकम में नियमित निवेश की सुविधा ने इसे आम निवेशक का भरोसेमंद साधन बनाया है। लेकिन, लेटेस्ट AMFI डेटा बताता है कि बड़ी संख्या में लोग अपनी SIP बंद कर रहे हैं।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह ट्रेंड उतना नकारात्मक नहीं है, क्योंकि कुछ स्थितियों में SIP रोकना एक सही और सोचा-समझा फैसला हो सकता है।
सितंबर में 44.03 लाख SIP बंद
AMFI के अनुसार, सितंबर 2025 में 44.03 लाख SIP बंद की गईं। अगस्त 2025 में 41.15 लाख SIP बंद होने की तुलना में यह लगभग 7% की बढ़ोतरी है।
पिछले साल सितंबर 2024 में 40.31 लाख SIP बंद हुई थीं। यह दिखाता है कि निवेशक बाजार की अस्थिरता और अपनी वित्तीय जरूरतों के आधार पर अपनी रणनीति बदल रहे हैं।
चार महीने का ट्रेंड: लगातार उतार-चढ़ाव
| महीना (2025) | बंद हुई SIP |
| जून | 48.16 लाख |
| जुलाई | 43.04 लाख |
| अगस्त | 41.15 लाख |
| सितंबर | 44.03 लाख |
लगातार चार महीनों से SIP बंद होने की संख्या बदल रही है, लेकिन यह ट्रेंड जारी है कि निवेशक अपने निवेश योजनाओं की दोबारा समीक्षा कर रहे हैं।
SIP बंद होने के 5 ठोस कारण
अक्सर सलाह दी जाती है कि SIP बीच में रोकना गलत है, खासकर तब जब बाजार नीचे हो। लेकिन एक्सपर्ट मानते हैं कि कुछ परिस्थितियां ऐसी हैं, जब SIP रोकना जरूरी और समझदारी भरा कदम होता है।
1. निवेश लक्ष्य पूरा हो चुका है: अगर निवेशक पहले ही अपना वित्तीय लक्ष्य हासिल कर चुका है। जैसे कि बच्चों की शिक्षा, घर के डाउन पेमेंट आदि तो उसी फंड में SIP जारी रखने का कोई खास फायदा नहीं रहता।
2. पोर्टफोलियो में सुधार: कई लोग बड़े सिंगल SIP की बजाय कई छोटे SIP में पैसा बांटकर अपना पोर्टफोलियो बेहतर संतुलित करना चाहते हैं। ऐसे में पुरानी SIP रोककर नई स्ट्रैटेजी बनाना सही कदम होता है।
3. गलत फंड चुन लिया गया हो: कई निवेशक बाद में समझते हैं कि जिस फंड में वे SIP कर रहे हैं, वह उनके लक्ष्य या जोखिम प्रोफाइल से मेल नहीं खाता। ऐसे में SIP रोककर Systematic Transfer Plan (STP) के जरिए पैसा बेहतर फंड में शिफ्ट करना एक रणनीतिक फैसला है।
4. खराब प्रदर्शन कर रहा सेक्टर फंड: अगर कोई सेक्टर आधारित फंड लंबे समय से नुकसान दे रहा है, तो उसमें SIP जारी रखना जोखिम बढ़ाता है। ऐसे में ब्रॉड मार्केट, लार्ज कैप या इंडेक्स फंड में जाना ज्यादा सुरक्षित होता है।
5. आर्थिक संकट या इमरजेंसी: नौकरी खोना, अचानक मेडिकल खर्च, परिवार में वित्तीय संकट आदि स्थितियों में SIP रोकना जरूरी होता है ताकि कैश फ्लो पर दबाव न बढ़े।
SIP रोकना गलती नहीं, बस समझदारी से लें फैसला
मुंबई स्थित एक वेल्थ एडवाइजर का कहना है, ‘मुद्दा यह नहीं कि SIP कभी नहीं रोकनी चाहिए। मुद्दा यह है कि कब और क्यों रोकनी चाहिए। फैसला हमेशा डेटा, जरूरत और सलाह के आधार पर लेना चाहिए, न कि भावनाओं में आकर।’
उनके मुताबिक, SIP लंबी अवधि के लिए बेहतरीन टूल है, लेकिन निवेशक की वित्तीय स्थिति और बाजार का माहौल समय के साथ बदलता रहता है। इसलिए SIP रोकना कई बार रणनीतिक प्लानिंग का हिस्सा होता है।
Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। हमारी तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।