Last Updated on November 9, 2025 11:41, AM by Khushi Verma
Thailand Nightlife: थाईलैंड की नाइटलाइफ और पर्यटन उद्योग इस वीकेंड से एक नए नियम के ऐलान के बाद झटके का सामना करने जा रहा है। दरअसल मादक पेय नियंत्रण अधिनियम में किए गए व्यापक संशोधनों के तहत, अब प्रतिबंधित घंटों या निषिद्ध क्षेत्रों के दौरान शराब पीते या परोसते हुए पकड़े जाने वाले किसी भी व्यक्ति पर 10,000 थाई बहत (लगभग 27,000 रुपये) का भारी जुर्माना लगाया जाएगा। 8 नवंबर से प्रभावी यह संशोधित कानून, 1972 के बाद से थाईलैंड का सबसे सख्त शराब प्रवर्तन नियम है। यह केवल बार और रिटेल विक्रेताओं पर नकेल नहीं कसता है, बल्कि कानूनी बोझ अब सीधे पीने वालों पर भी डालता है।
पर्यटन पर अत्यधिक निर्भर देश के लिए इस कदम ने होटल मालिकों, रेस्तरां संचालकों और यहां तक कि सांसदों के बीच भी चिंता बढ़ा दी है, जिनका मानना हैं कि इससे पर्यटक देश छोड़ सकते हैं जिससे छोटे व्यवसायों को बड़ा नुकसान हो सकता है।
क्या है नया नियम?
थाईलैंड में दशकों से शराब की बिक्री पर प्रतिबंध रहा है, जिसमें आमतौर पर दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक सुपरमार्केट और खुदरा दुकानों पर बिक्री बंद रहती है। लेकिन नवीनतम संशोधन ने विक्रेताओं से ध्यान हटाकर उपभोक्ताओं पर केंद्रित कर दिया है। इसका मतलब है कि यदि कोई ग्राहक कानूनी रूप से 1:59 बजे बीयर खरीदकर 2:05 बजे भी उसे पी रहा है, तो उसे और प्रतिष्ठान दोनों को दंड का सामना करना पड़ सकता है।
थाई रेस्तरां एसोसिएशन के अध्यक्ष चानोन कोएत्चारोएन ने कहा, ‘नए नियम रेस्तरां पर प्रतिकूल प्रभाव डालेंगे क्योंकि अब ग्राहक ‘प्रतिबंधित’ हो गया है। अगर कोई 1:59 बजे बीयर खरीदता है लेकिन 2:05 बजे तक पीता रहता है, तो यह उल्लंघन माना जाएगा। इससे रेस्तरां उद्योग के विकास में बाधा आएगी।’
दुरुपयोग और राजनीतिक विरोध की चिंता
आर्थिक नुकसान से परे कुछ लोगों को डर है कि अस्पष्ट नियमों से इसके दुरुपयोग का रास्ता खुल सकता है। बैंकाक स्थित एक रेस्तरां मालिक ने चेतावनी दी, ‘अधिकारी व्यक्तिगत लाभ के लिए इन कानूनों का उपयोग ग्राहकों या व्यवसायों पर जुर्माना लगाने के लिए कर सकते हैं।’
वहीं शराब उदारीकरण के मुखर समर्थक पीपुल्स पार्टी के सांसद ताओपिहोप लिम्जितराकोर्न ने संशोधन को ‘एक कदम पीछे’ जाने वाला फैसला बताया। उन्होंने कहा, ‘शराब की बिक्री 24/7 होनी चाहिए।’ उन्होंने चिंता व्यक्त की कि ये प्रतिबंध विदेशी आगंतुकों को भ्रमित कर सकते हैं और पर्यटन पर बने थाईलैंड की आतिथ्य छवि को नुकसान पहुंचा सकते हैं।