Last Updated on November 4, 2025 22:50, PM by Pawan
इंडियन होटल्स कंपनी (आईएचसीएल) का नेट प्रॉफिट सितंबर तिमाही में साल दर साल आधार पर 48.6 फीसदी घटकर 285 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी को 555 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट हुआ था। आईएचसीएल टाटा समूह की कंपनी है। कंपनी ने 4 नवंबर को सितंबर तिमाही के नतीजों का ऐलान किया।
ऑपरेशंस से रेवेन्यू 11 फीसदी बढ़ा
सितंबर तिमाही में ऑपरेशंस से IHCL का रेवेन्यू साल दर साल आधार पर 11.8 फीसदी बढ़कर 2,040.8 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी का रेवेन्यू 1,826 करोड़ रुपये था। आईएचसीएल का कुल खर्च भी बढ़कर 1,671.54 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले की समान अवधि में यह 1,502.01 करोड़ था। इंटरेस्ट, टैक्स, डेप्रिसिएशन और एमॉर्टाइजेशन (EBITDA) से पहले कंपनी की अर्निंग्स साल दर साल आधार पर 14.2 फीसदी बढ़कर 572 करोड़ रुपये रही। कंपनी का एबिड्टा मार्जिन 28 फीसदी रहा, जो एक साल पहले की समान अवदि में 27.4 फीसदी था।
कंपनी के पास ताज जैसा प्रतिष्ठित ब्रांड
आईएचसीएल के पास ताज जैसा प्रतिष्ठित होटल ब्रांड है। कंपनी की इनकम के मुख्य दो स्रोत हैं। इनमें होटल सर्विसेज और एयर एंड इंस्टीट्यूशनल कैटरिंग (TajSATS) शामिल हैं। कंपनी के एमडी और सीईओ पुनीत छठवाल ने कहा, “आईएचसीएल की तेज ग्रोथ FY26 की पहली छमाही में भी जारी रही। कंपनी का पोर्टफोलियो अब 570 होटल्स तक पहुंच गया। कंपनी ने 26 होटल्स ओपन किए। इससे इंडिया में ऑपरेटिंग होटल्स की संख्या बढ़कर 250 से ज्यादा हो गई है। कुल रूम की संख्या 25,000 से ज्यादा हो गई है।”
FY26 की दूसरी छमाही बेहतर रहने की उम्मीद
उन्होंने कहा कि क्लार्क ग्रुप के साथ पार्टनरशिप से कंपनी के सेल्स एंड डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क में 14 होटल्स जोड़े गए हैं। आने वाले महीनों में बाकी पोर्टफोलियो भी आईएचसीएल के ब्रांडस्पेस के तहत आ जाएगा। उन्होंने कहा, “हमारे गाइडेंस के मुताबिक, ताज ब्रांडस्टैंड का कंस्ट्रक्शन जरूरी एप्रूवल मिलने के बाद शुरी हो गया है। इंडस्ट्री के स्ट्रॉन्ग फंडामेंटल्स को देखते हुए इस फाइनेंशियल ईयर की दूसरी छमाही का आउटलुक स्ट्रॉन्ग दिखता है। कॉर्पोरेट ट्रैवल बढ़ने के साथ ही ट्रेड फेयर, ग्लोबल कनवेंशंस और सोशल इवेंट्स से बिजनेस को सपोर्ट मिलेगा।” IHCL का शेयर 4 नवंबर को 0.39 फीसदी गिरकर 744.20 रुपये पर बंद हुआ। बीते एक साल में यह शेयर 11.65 फीसदी चढ़ा है।