Last Updated on November 4, 2025 8:55, AM by Pawan
Crude Oil Price: ओपेक प्लस ( OPEC+) द्वारा अगले साल की शुरुआत में उत्पादन वृद्धि रोकने के फैसले और आपूर्ति पर विपरीत विचारों के कारण बाजार में चार दिनों की बढ़त के बाद आज कच्चे तेल की कीमतों में दबाव देखने को मिला।
ब्रेंट क्रूड वायदा 9 सेंट या 0.1% गिरकर 64.80 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। अमेरिकी वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड 10 सेंट या 0.2% गिरकर 60.95 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। बता दें कि वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट सोमवार को 61 डॉलर प्रति बैरल के करीब कारोबार कर रहा था, जबकि ब्रेंट 65 डॉलर से थोड़ा नीचे बंद हुआ। पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (OPE) और उसके सहयोगियों ने सप्ताहांत में कहा कि वे पहली तिमाही में उत्पादन कोटा बढ़ाने से बचने की योजना बना रहे हैं। यह तब हुआ जब बाजार में व्यापक रूप से तेल की अधिकता की आशंका जताई जा रही थी।
कई प्रमुख तेल कंपनियों के प्रमुखों ने अबू धाबी में एक सम्मेलन में कहा कि रूस के दो सबसे बड़े उत्पादकों पर अमेरिकी प्रतिबंधों से माल ढुलाई में देरी होगी और व्यापार धीमा होगा। एनी स्पा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्लाउडियो डेस्काल्ज़ी ने कहा कि उन्हें लगता है कि कोई भी अधिक आपूर्ति अल्पकालिक होगी।
इस बीच, रूस के ब्लैक सी क्षेत्र में एक बड़े यूक्रेनी ड्रोन हमले ने क्षेत्र में एक प्रमुख रोसनेफ्ट रिफाइनरी को ठप कर दिया है।
बता दें कि कल ही OPEC+ देशों ने दिसंबर में भी उत्पादन बढ़ाने का फैसला किया है। दिसंबर में उत्पादन 1.37 लाख BPD बढ़ाने का फैसला लिया है। हालांकि 2026 के Q1 में उत्पादन में बढ़ोतरी OPEC+ रोकने का ऐलान किया। ओपेक प्लस ने कहा कि रूस पर लगे बैन का असर दिखने में वक्त लगेगा। बैन का बाजार पर असर का आकलन जल्दबाजी है।
पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (OPEC) और उसके सहयोगियों ने रविवार को कहा कि वे दिसंबर में उत्पादन में लगभग 137,000 बैरल प्रतिदिन की बढ़त करेंगे, जो अक्टूबर और नवंबर में निर्धारित वृद्धि के बराबर है। इसके बाद समूह जनवरी से मार्च तक तेल उत्पादन बंद रखेगा।