Last Updated on November 1, 2025 17:33, PM by Pawan
अमेरिकी कंपनी ब्लैकरॉक की प्राइवेट क्रेडिट यूनिट HPS इन्वेस्टमेंट पार्टनर्स और BNP परिबास जैसे ग्लोबल लेंडर्स के साथ 500 मिलियन डॉलर यानी करीब 4,440 करोड़ रुपए का फ्रॉड हुआ है। भारतीय मूल के टेलीकॉम बिजनेसमैन बंकिम ब्रह्मभट्ट पर इन सभी ग्लोबल बैंकों से यह धोखाधड़ी करने का आरोप है।
वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक बंकिम ब्रह्मभट्ट पर फर्जी टेलीकॉम एसेट्स, इनवॉयस, ईमेल और कॉन्ट्रैक्ट बनाकर इन बैंकों से लोन हड़पने का आरोप है। जुलाई 2024 में उनका ये फ्रॉड पकड़ा गया, जिसके बाद उनकी कंपनियां और खुद ब्रह्मभट्ट दिवालिया हो गए।
फर्जी इनवॉयस-वेबसाइट बनाकर धोखाधड़ी
कोर्ट फाइलिंग्स के मुताबिक, ब्रह्मभट्ट ने एसेट-बेस्ड फाइनेंसिंग के जरिए फ्यूचर कस्टमर पेमेंट्स को कोलैटरल दिखाकर लोन लिए। फर्जी इनवॉयस, जाली ईमेल और नकली कॉन्ट्रैक्ट बनाए गए।
यहां तक कि असली टेलीकॉम क्लाइंट्स जैसी फेक वेबसाइट्स भी तैयार की गईं, ताकि ऑडिटर्स और लेंडर्स को धोखा दिया जा सके। पिछले दो साल के हर वेरिफिकेशन ईमेल फेक थे और ये जालसाजी 2018 से चल रही थी। कुल लोन 500 मिलियन डॉलर से ज्यादा का आंका गया है।
कैसे पकड़ा गया फ्रॉड, HPS की ऑडिट से खुलासा
जुलाई 2024 में HPS के एक एम्प्लॉई को कस्टमर ईमेल एड्रेस में गड़बड़ी दिखी। क्रॉस-वेरिफिकेशन पर बेल्जियन टेलीकॉम कंपनी BICS ने कहा कि ब्रिजवॉयस से उनकी कोई डीलिंग नहीं है और ईमेल कन्फर्म्ड फ्रॉड अटेम्प्ट हैं। इसके बाद डेलॉइट और CBIZ की जांच में कस्टमर डेटा, इनवॉयस और कॉन्ट्रैक्ट सब फर्जी साबित हुए।
ब्रह्मभट्ट का ऑफिस बंद, बैंकरप्सी फाइल की
लेंडर्स के कन्फ्रंट करने पर ब्रह्मभट्ट ने कॉल्स-ईमेल बंद कर दिए। इन्वेस्टिगेटर्स को न्यूयॉर्क ऑफिस लॉक मिला, घर खाली और लग्जरी कारें बाहर मिलीं। खबर है कि वो भारत या मॉरीशस भाग गए हैं।
अगस्त 2024 में ब्रॉडबैंड टेलीकॉम, ब्रिजवॉयस, कैरिऑक्स कैपिटल II और BB कैपिटल SPV दिवालिया हो गईं। 12 अगस्त को ब्रह्मभट्ट ने पर्सनल बैंकरप्सी फाइल की।
कारोबार वैध था और जांच अधूरी है: वकील
HPS का एक्सपोजर 2021 के 385 मिलियन डॉलर (3,418 करोड़ रुपए) से बढ़कर 430 मिलियन डॉलर (3,817 करोड़ रुपए) हो गया। BNP परिबास ने 220 मिलियन डॉलर (1,953 करोड़ रुपए) प्रोविजन रखा है।
ब्रह्मभट्ट के वकील ने सभी आरोपों को भ्रामक और बेबुनियाद बताया। वकील का कहना है कि कंपनी का कारोबार वैध था और जांच अधूरी है।
ब्लैकरॉक पर सीमित असर
HPS 179 बिलियन डॉलर यानी 15.89 लाख करोड़ रुपए का एसेट्स मैनेज करती है, इसलिए ये लॉस मैनेजेबल है। लेकिन ब्लैकरॉक ने प्राइवेट क्रेडिट पोर्टफोलियो में ड्यू डिलिजेंस और वेरिफिकेशन प्रोसेस का रिव्यू शुरू कर दिया है। लेंडर्स अब बैंकरप्सी कोर्ट से रिकवरी की कोशिश करेंगे।
कौन हैं बंकिम ब्रह्मभट्ट?
ब्रह्मभट्ट लंबे समय से इंटरनेशनल टेलीकॉम सर्विसेज में एक्टिव रहे हैं। उन्होंने ब्रॉडबैंड टेलीकॉम और ब्रिजवॉयस जैसी कंपनियां शुरू कीं, जो ग्लोबल कैरियर्स के बीच वॉयस और डेटा ट्रैफिक का होलसेल कारोबार करती थीं।
अमेरिका, यूरोप और एशिया में इनका नेटवर्क था। न्यूयॉर्क के गार्डन सिटी में ऑफिस था और कैरिऑक्स कैपिटल-II और BB कैपिटल SPV जैसे इन्वेस्टमेंट एंटिटी से जुड़े थे। एनआरआई बिजनेसमैन के तौर पर इन्हें सफल माना जाता था, लेकिन अब ये फ्रॉड केस में हैं।