Last Updated on October 31, 2025 8:08, AM by Pawan
Motilal Oswal Q2 Results: मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (MOFSL) ने वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। कंपनी का शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 68% घटकर 362 करोड़ रुपये पर आ गया है। जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 1,120 करोड़ रुपये रहा था।
रेवेन्यू में भी गिरावट
कंपनी की ऑपरेशनल इनकम भी 35% घटकर 1,849 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 2,841 करोड़ रुपये थी। कमाई में यह गिरावट मुख्य रूप से ब्रोकरज बिजनेस में दबाव और SEBI के प्रस्तावित नियमों के चलते इंडस्ट्री में घटते मार्जिन की वजह से आई है।
हालांकि मुनाफे में गिरावट के बावजूद कंपनी का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) शानदार प्रदर्शन कर रहा है। सितंबर तिमाही में कंपनी का कुल AUM 46% बढ़कर ₹1.77 लाख करोड़ तक पहुंच गया। इसमें म्यूचुअल फंड के AUM में 57% की ग्रोथ दर्ज की गई है, जो निवेशकों के भरोसे और बेहतर फंड परफॉर्मेंस का संकेत है।
प्राइवेट वेल्थ मैनेजमेंट में भी मजबूती
कंपनी के प्राइवेट वेल्थ मैनेजमेंट बिजनेस ने भी रफ्तार बनाए रखी। इस सेगमेंट का AUM 19% बढ़कर 1.87 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया। यह ग्रोथ नए ग्राहकों के जुड़ने और बेहतर प्रोडक्टिविटी के कारण संभव हुई है।
बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में बड़े बदलाव
मोतीलाल ओसवाल ने अपने बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में कई फैसले नियुक्तियों की घोषणा की है। प्रमोटर ग्रुप से प्रतीक ओसवाल और वैभव अग्रवाल को बोर्ड में शामिल किया गया है। वहीं, जोसेफ कॉनराड एग्नेलो डी’सूजा, जो लंबे समय तक HDFC ग्रुप से जुड़े रहे, और अशोक कुमार पी. कोठारी, सीनियर IRS अधिकारी, को इंडिपेंडेंट डायरेक्टर के रूप में नियुक्त किया गया है।
SEBI के नए प्रस्तावों से शेयर पर दबाव
कंपनी के शेयरों में 29 अक्टूबर को लगभग 8% की गिरावट दर्ज की गई थी। यह गिरावट SEBI की ओर से म्यूचुअल फंड्स पर दिए जाने वाले ब्रोकरेज फीस में कटौती के प्रस्ताव के बाद आई। SEBI ने 28 अक्टूबर की शाम जारी अपने ड्राफ्ट रेगुलेशन में सुझाव दिया था कि कैश मार्केट में ब्रोकरेज फीस को 12 बेसिस पॉइंट्स से घटाकर 2 बेसिस पॉइंट्स किया जाए। वहीं डेरिवेटिव ट्रेड्स पर फीस 5 बेसिस पॉइंट्स से घटाकर 1 बेसिस पॉइंट करने का प्रस्ताव रखा गया।
शेयरों का हाल
हालांकि शुरुआती दबाव के बाद, 30 अक्टूबर को मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयरों में सुधार देखा गया और कारोबार के अंत में NSE पर यह 1.21% की बढ़त के साथ ₹1,020 प्रति शेयर पर बंद हुए।
डिस्क्लेमरः एक्सपर्ट्स/ब्रोकरेज फर्म्स की ओर से दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह उनके अपने होते हैं, न कि वेबसाइट और उसके मैनेजमेंट के। यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई भी निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।
 
													
																							 
																								
												
												
												 
						 
					 
						 
					 
						 
					 
						 
													 
						 
													 
						 
													 
						 
													 
						 
													 
						 
													 
						 
													 
						 
													 
						 
													 
						 
													 
						 
													 
						