Upcoming IPO: आईपीओ निवेशकों के लिए एक अच्छी खबर है। मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) ने हाल ही में 5 कंपनियों को उनका इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) लाने की मंजूरी दे दी है। इनमें शामिल हैं मिल्की मिस्ट डेयरी फूड (Milky Mist Dairy Food), क्यूरफूड्स इंडिया (Curefoods India), कनोडिया इंडिया (Kanodia Cement), स्टीमहाउस इंडिया (Steamhouse India) और गाजा अल्टरनेटिव एसेट मैनेजमेंट (Gaja Alternative Asset Management) शामिल है।
इनमें से दो कंपनियों, स्टीमहाउस इंडिया और गाजा अल्टरनेटिव एसेट मैनेजमेंट ने अपने IPO के लिए कॉन्फिडेंशियल रूट के तहत आवेदन किया था। इन्हें भी SEBI से हरी झंडी मिल गई है।
किन कंपनियों को कब मिली मंजूरी?
सेबी के “ऑब्जर्वेशन लेटर” का मतलब होता है कि कंपनी अगले एक साल के भीतर कंपनी IPO ला सकती है। वहीं कॉन्फिडेंशियल रूट के तहत आवेदन देने वाली कंपनियों को आईपीओ लाने के लिए 18 महीने का समय मिलता है।
1. मिल्की मिस्ट डेयरी फूड
तमिलनाडु मुख्यालय वाली यह कंपनी डेयरी प्रोडक्ट्स बनाती है। मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मिल्की मिस्ट डेयरी फूड को 2,035 करोड़ रुपये के IPO के लिए मंजूरी मिल गई है। इसमें 1,785 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे और 250 करोड़ रुपये के शेयर प्रमोटर्स बेचेंगे (OFS)। कंपनी ने जुलाई 2025 में अपने ड्राफ्ट पेपर्स दाखिल किए थे।
2. क्योरफूड्स इंडिया
बेंगलुरु की क्योरफूड्स इंडिया ने 28 जून को आईपीओ के लिए आवेदन जमा कराया था। कंपनी ₹800 करोड़ के फ्रेश शेयर जारी करेगी और 4.85 करोड़ शेयरों की OFS भी लाएगी। Curefoods कई ब्रांड्स के जरिए क्लाउड किचन, रेस्टोरेंट और कियोस्क मॉडल पर फूड सर्विस देती है।
3. कनोडिया इंडिया
उत्तर प्रदेश में मुख्यालय वाली इस कंपनी ने 22 मई को अपने ड्राफ्ट पेपर्स दाखिल किए थे। यह IPO सिर्फ 1.49 करोड़ शेयरों का ऑफर-फॉर-सेल (OFS) होगा। कंपनी किसी भी नए शेयर का इश्यू नहीं लाएगी।
4. स्टीमहाउस इंडिया
सूरत मुख्यालय वाली यह कंपनी इंडस्ट्रियल स्टीम और गैस सॉल्यूशन मुहैया कराती है। कंपनी ने जुलाई 2025 में कॉन्फिडेंशियल रूट से आईपीओ के लिए आवेदन जमा कराया था और इसका अनुमानित IPO आकार 500–700 करोड़ रुपये के बीच है।
5. गाजा अल्टरनेटिव एसेट मैनेजमेंट
प्राइवेट इक्विटी फर्म गाजा अल्टरनेटिव एसेट मैनेजमेंट ने जून 2025 में कॉन्फिडेंशियल रूट से आवेदन दाखिल किया था। इसका अनुमानित IPO साइज 500 से 600 करोड़ रुपये का होगा।
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