Last Updated on October 25, 2025 9:19, AM by Pawan
आईवियर रिटेलर लेंसकार्ट सॉल्यूशंस लिमिटेड की नजर अपने IPO के जरिए लगभग 70,000 करोड़ रुपये की पोस्ट-मनी वैल्यूएशन पर है। मनीकंट्रोल को सूत्रों से पता चला है कि यह कंपनी जल्द ही अपना रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस जमा करेगी। IPO को 31 अक्टूबर को लॉन्च करने का प्लान है। क्लोजिंग 4 नवंबर को होगी। एंकर निवेशक 30 अक्टूबर को बोली लगा सकेंगे। सूत्रों का यह भी कहना है कि रजिस्ट्रार से मंजूरी के आधार पर ये तारीखें आगे भी बढ़ सकती हैं।
लेंसकार्ट में सॉफ्टबैंक, ADIA और टेमासेक जैसे प्रमुख निवेशकों का पैसा लगा है। अन्य निवेशकों में केकेआर, अल्फा वेव, टीपीजी और केदारा कैपिटल शामिल हैं। कंपनी को साल 2008 में पीयूष बंसल, अमित चौधरी, नेहा बंसल और सुमीत कपाही ने शुरू किया था। पीयूष बंसल, रिएलिटी शो शार्क टैंक इंडिया में जज के तौर पर देखे जा चुके हैं।
कितना हो सकता है IPO का साइज
मनीकंट्रोल को सूत्रों ने बताया कि IPO का फाइनल कंबाइंड साइज 7250 करोड़ से 7350 करोड़ रुपये के बीच रह सकता है। लेंसकार्ट ने जुलाई में IPO के लिए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस जमा किया था। इसके मुताबिक, कंपनी अपने IPO में नए शेयरों के जरिए 2,150 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में है। प्रमोटर्स और निवेशकों की ओर से 13.22 करोड़ इक्विटी शेयर OFS के तहत बिक्री के लिए रखे जाएंगे।
31 अक्टूबर को खबर आई थी कि दिग्गज निवेशक और एवेन्यू सुपरमार्ट्स (डीमार्ट) के फाउंडर राधाकिशन दमानी और एसबीआई म्यूचुअल फंड, दोनों ही इस कंपनी में लगभग 100 करोड़ रुपये का निवेश कर सकते हैं। ड्राफ्ट पेपर्स के अनुसार, कोटक महिंद्रा कैपिटल, सिटी, एक्सिस कैपिटल, एवेंडस कैपिटल, मॉर्गन स्टेनली और इंटेंसिव फिस्कल सर्विसेज इस IPO पर काम कर रहे इनवेस्टमेंट-बैंक हैं। सिरिल अमरचंद मंगलदास भारतीय कानून के तहत कंपनी की कानूनी सलाहकार है।
IPO के पैसों का कैसे होगा इस्तेमाल
लेंसकार्ट अपने IPO में नए शेयरों को जारी कर हासिल होने वाली इनकम का इस्तेमाल भारत भर में नए स्टोर खोलने, टेक्नोलॉजी और आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस क्षमताओं में निवेश करने, ब्रांड मार्केटिंग और प्रचार, खरीद करने और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी। लेंसकार्ट साउथ ईस्ट एशिया में विस्तार कर रही है। अब कंपनी के रेवेन्यू का लगभग 40% हिस्सा भारत के बाहर से आता है। इसका अगला बड़ा दांव स्मार्ट आईवियर हैं।
Lenskart की वित्तीय स्थिति
लेंसकार्ट ने वित्त वर्ष 2025 में 297.3 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी को 10.2 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। पिछले दो साल में 33 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) के साथ रेवेन्यू 23 प्रतिशत बढ़कर 6,652.5 करोड़ रुपये हो गया। ग्रॉस मार्जिन 500 बेसिस पॉइंट्स से अधिक बढ़कर लगभग 69 प्रतिशत हो गया।
लेंसकार्ट भारत के सबसे बड़े ओम्नी-चैनल आईवियर ब्रांड के रूप में विकसित हुई है। यह ऑनलाइन तो मौजूद है ही, साथ ही मार्च 2025 तक इसके भारत भर में, मध्य पूर्व और दक्षिण पूर्व एशिया जैसे बाजारों में 2,723 स्टोर थे। कंपनी वित्त वर्ष 2026 में 450 नए स्टोर खोलने का प्लान कर रही है।