Company

IndusInd Bank Q2 Results: सितंबर तिमाही में हुआ ₹437 करोड़ का घाटा, NII में आई 18% की गिरावट

IndusInd Bank Q2 Results: सितंबर तिमाही में हुआ ₹437 करोड़ का घाटा, NII में आई 18% की गिरावट

Last Updated on October 19, 2025 9:51, AM by Khushi Verma

IndusInd Bank Q2 Results: देश के प्रमुख प्राइवेट बैंकों में से एक, इंडसइंड बैंक को मौजूदा वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में ₹437 करोड़ का शुद्ध घाटा हुआ है। जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में बैंक ने ₹1,331 करोड़ का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया था। बैंक का यह घाटा मुख्य रूप से कोर इनकम में भारी गिरावट और प्रोविजंस में तेज उछाल की वजह से हुआ। हालांकि इसके एसेट क्वालिटी और कैपिटल बफर इस दौरान स्थिर बने रहे।

इंडसइंड बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) सितंबर तिमाही में सालाना आधार पर 18% घटकर ₹4,409 करोड़ रह गई, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 5,347 करोड़ रुपये रही थी। इसके साथ ही बैंक का नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) भी घटकर 3.32% रह गया, जबकि एक साल पहले यह 4.08% था।

बैंक के प्रोविजन और कंटिंजेंसी खर्च सितंबर तिमाही में 45 फीसदी बढ़कर 2,631 करोड़ रुपये पर पहुंच गए, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 1,820 करोड़ रुपये रहा था। बैंक ने अपने माइक्रोफाइनेंस पोर्टफोलियो में बढ़ते दबाव को देखते हुए राइट-ऑफ्स और अतिरिक्त प्रोविजंस को बढ़ाया है।

IndusInd Bank के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ राजीव आनंद ने कहा, “बैंक ने सावधानीपूर्वक कदम उठाते हुए माइक्रोफाइनेंस पोर्टफोलियो में अतिरिक्त प्रोविजंस और कुछ राइट-ऑफ किए हैं। इससे तिमाही में घाटा जरूर हुआ है, लेकिन इससे हमारी बैलेंस शीट मजबूत होगी और प्रॉफिटबिलिची सामान्य होने की प्रक्रिया तेज होगी।”

एसेट क्वालिटी रही स्थिर

बैंक की एसेट क्वालिटी सितंबर तिमाही के दौरान कठिन परिस्थितियों के बावजूद स्थिर बनी रही। इंडसइंड बैंक का ग्रॉस NPA सितंबर तिमाही में 3.60% रहा,जो इससे पहले जून तिमाही में 3.64% था। वहीं बैंक का नेट NPA 1.04% रहा, जो जून तिमाही में 1.12% रहा था। हालांकि प्रोविजन कवरेज रेशियो सितंबर तिमाही में बढ़कर 71.81% पर पहुंच गया, जो इसकी पिछली तिमाही में 70.13% रहा था।

डिपॉजिट्स और एडवांसेज में गिरावट

इंडसइंड बैंक का कुल डिपॉजिट्स सितंबर तिमाही में घटकर 3.90 लाख करोड़ रुपये रह गया, जो एक साल पहले 4.12 लाख करोड़ रुपये रहा था। वहीं, एडवांसेज भी घटकर 3.26 लाख करोड़ रुपये रह गया, जो पिछले साल यह इसी तिमाही में 3.57 लाख करोड़ रुपये रहा था।

कम लागत वाले करंट और सेविंग्स अकाउंट (CASA) डिपॉजिट्स का हिस्सा 31% रहा। इसमें करंट अकाउंट डिपॉजिट्स 31,916 करोड़ रुपये और सेविंग्स डिपॉजिट्स 87,854 करोड़ रुपये रहा। बैंक की बैलेंस शीट साइज घटकर ₹5.27 लाख करोड़ रह गई, जो पिछले साल ₹5.43 लाख करोड़ थी।

 

Source link

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

To Top