Last Updated on October 16, 2025 7:44, AM by Khushi Verma
सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (Sebi) ने इंडियन एनर्जी एक्सचेंज (IEX) के शेयरों से जुड़े इनसाइडर ट्रेडिंग मामले में बड़ा कदम उठाया है। जांच में पता चला कि करीब 173 करोड़ रुपये के लेन-देन में इनसाइडर जानकारी का इस्तेमाल किया गया। यह मामला करीब एक महीने पहले की गई जांच और छापेमारी के बाद सामने आया।
आठ लोगों पर SEBI की रोक
बुधवार को जारी आदेश में Sebi ने आठ व्यक्तियों को अगले आदेश तक सिक्योरिटीज मार्केट में गतिविधि करने से रोक दिया। इन लोगों में भुवन सिंह, अमर जीत सिंह सोरान, अमिता सोरान, अनिता, नरेंद्र कुमार, वीरेंद्र सिंह, बिंदु शर्मा और संजीव कुमार शामिल हैं।
गोपनीय जानकारी का दुरुपयोग
जांच में सामने आया कि कुछ लोगों को सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन (CERC) की बैठकों से मिली गोपनीय जानकारी लीक हुई। यह जानकारी मार्केट कपलिंग पर नीति निर्णयों से जुड़ी थी। इन लोगों ने इसका दुरुपयोग करके IEX के शेयरों में ट्रेड किया। Sebi ने इस आदेश की एक प्रति जरूरी कार्रवाई के लिए CERC को भेजने का निर्देश दिया है।
तफ्तीश और छापेमारी
मार्केट रेगुलेटर ने IEX शेयरों में असामान्य ट्रेडिंग पैटर्न देखे और विस्तृत जांच शुरू की थी। विशेष जानकारी के आधार पर Sebi ने विशेष न्यायालय से अनुमति लेकर 18 से 20 सितंबर 2025 के बीच संदिग्धों से जुड़े कई स्थानों पर छापेमारी और जब्ती अभियान चलाया। इस दौरान डिजिटल सबूत जुटाए गए और बयान दर्ज किए गए।
Sebi ने कहा कि इस मामले से जुड़े लोगों ने सोच-समझ कर प्लान बनाया था। उन्होंने रेगुलेटर से मिली महत्वपूर्ण जानकारी का इस्तेमाल किया, जिससे IEX के लिस्टेड शेयरों पर बड़ा असर पड़ा।
निवेशकों के लिए खतरा
Sebi ने यह भी कहा कि ऐसे काम से निवेशकों के बीच जानकारी का असंतुलन पैदा होता है। आम निवेशकों को गोपनीय जानकारी नहीं मिल पाती, जिससे वे नुकसान में रहते हैं और मार्केट अधूरा और असमान बन जाता है।
मार्केट कपलिंग पॉलिसी से जुड़ा है मामला
मार्केट कपलिंग एक ऐसा सिस्टम है जिससे भारत के अलग-अलग पावर एक्सचेंजों में बिजली की कीमतें एक जैसी बनाई जाती हैं। इसके तहत सभी एक्सचेंजों से बिड्स को मिलाकर एक समान कीमत तय की जाती है, जिससे कीमतों में पारदर्शिता आती है।
केंद्रीय विद्युत नियामक आयोग (CERC) ने जुलाई 2025 में इस नीति को लागू करने का निर्णय लिया। इसे जनवरी 2026 से दिन-प्रतिदिन के बाजार (Day-Ahead Market) में लागू किया जाएगा।
28% क्रैश हो गए थे IEX के शेयर
इस पॉलिसी के लागू होने से IEX की स्वतंत्र कीमत तय करने की प्रणाली खत्म हो जाएगी, जिससे उसकी बाजार में ताकत कमजोर हो सकती है। IEX अभी Day-Ahead Market में लगभग 85% हिस्सेदारी रखता है, और नई नीति से उसे छोटे एक्सचेंजों के साथ मुकाबला करना पड़ेगा।
यह खबर आने के बाद एक ही दिन में IEX के शेयर करीब 28% तक क्रैश हो गए थे। अगले 10 कारोबारी सेशन में यह गिरावट 37% तक पहुंच गई थी। कई ब्रोकरेज फर्मों ने IEX के लिए टारगेट प्राइस में भारी कटौती की थी
