Last Updated on October 13, 2025 17:52, PM by Khushi Verma
सोमवार यानी 13 अगस्त को टाटा कैपिटल की लिस्टिंग हुई जो सुस्त रही. 326 रुपए पर इसक आईपीओ आया था और 330 रुपए पर लिस्टिंग हुई और पहले दिन यह शेयर NSE पर 331 रुपए पर बंद हुआ. लिस्टिंग के दिन ही कंपनी के CEO और मैनेजिंग डायरेक्टर राजीव सभरवाल ने बड़ा ऐलान किया. उन्होंने कहा कि टाटा कैपिटल का लक्ष्य अगले तीन साल में अपने लोन को दोगुना करने का है. साथ ही उसे भरोसा है कि भविष्य में क्रेडिट कॉस्ट एक फीसदी से कम रह जाएगी.
लिस्टिंग के बाद एमडी राजीव सभरवाल ने बताया कि IPO से जुटाई गई पूंजी ढाई साल से ज्यादा की जरूरतों के लिए पर्याप्त है. सभरवाल ने कहा कि देश की जीडीपी ग्रोथ उम्मीद के अनुसार रही, तो तीन साल में कंपनी का वर्तमान लोन बुक 2.3 लाख करोड़ रुपए से दोगुना हो सकता है. असेट अंडर मैनेजमेंट यानी AUM बीते एक साल में 50,000 करोड़ रुपए बढ़ीं, जबकि शुरुआती 50,000 करोड़ का स्तर पाने में 10 साल लगे थे.
क्रेडिट कॉस्ट को लेकर उन्होंने कहा कि Tata Motors Finance के मर्जर के बाद टाटा कैपिटल के क्रेडिट कॉस्ट में बढ़ोतरी दर्ज की गई और यह 1.4% तक पहुंच गया था. सभरवाल का दावा है कि जल्द ही यह एक फीसदी से नीचे आ जाएगी. इस मौके पर टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन भी पहुंचे.
Tata Capital का ₹15,512 करोड़ का आईपीओ पिछले हफ्ते सब्सक्रिप्शन के लिए खुला हुआ था. Tata Capital का प्राइस बैंड ₹310 से ₹326 प्रति शेयर तय किया गया था और फाइनल प्राइस 326 रुपए फिक्स किया गया था. इसके मुकाबले Tata Capital BSE पर ₹330 पर लिस्ट हुआ यानी, इश्यू प्राइस ₹326 के मुकाबले 1.23% प्रीमियम पर लिस्ट हुआ. इस आईपीओ को टोटल करीब दो गुना सब्सक्रिप्शन मिला था. रीटेल कैटिगरी का सब्सक्रिप्शन 1.1 गुना भरा था.
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