Last Updated on October 10, 2025 10:44, AM by Pawan
WeWork India IPO Listing: फ्लेक्सिबल वर्कस्पेस ऑपरेटर वीवर्क इंडिया मैनेजमेंट के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में फीकी एंट्री हुई। इसके आईपीओ को भी निवेशकों का खास रिस्पांस नहीं मिला था और खुदरा निवेशकों और हाई-नेटवर्थ इंडिविजुअल्स के लिए आरक्षित हिस्सा तो पूरा भर भी नहीं पाया था। इसके आईपीओ के तहत ₹648 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी ₹632.00 और NSE पर ₹650.00 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को कुछ खास लिस्टिंग गेन (WeWork India Listing Gain) नहीं मिला। हालांकि आईपीओ निवेशकों की थोड़ी ही देर में झटका लगा, जब शेयर टूट गए। टूटकर BSE पर यह ₹641.55 (WeWork India Share Price) पर आ गया यानी कि आईपीओ निवेशक अब 1.00% घाटे में हैं। एंप्लॉयीज अधिक फायदे में हैं क्योंकि उन्हें हर शेयर ₹60.00 के डिस्काउंट पर मिला है।
WeWork India IPO को कैसा मिला था रिस्पांस?
वीवर्क इंडिया का ₹3,000.00 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 3-7 अक्टूबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का मिला-जुला रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 1.15 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 1.79 गुना (एक्स-एंकर), नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 0.23 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 0.62 गुना और एंप्लॉयीज का हिस्सा 1.87 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत कोई नया शेयर नहीं जारी हुआ है बल्कि ₹10 की फेस वैल्यू वाले 4,62,96,296 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। चूंकि नए शेयर नहीं जारी हुए हैं तो आईपीओ का पैसा कंपनी को नहीं मिला है।
WeWork India के बारे में
वर्ष 2016 में बनी वीवर्क इंडिया मैनेजमेंट जरूरत के मुताबिक बिल्डिंग्स, फ्लोर और ऑफिस, एंटरप्राइज ऑफिस सुईट्स, को-वर्किंग स्पेसेज इत्यादि मुहैया कराती है। इसकी क्लाइंट्स छोटी-बड़ी कंपनियों से लेकर स्टार्टअप और प्रोफेशनल्स तक हैं। जून 2025 तक के आंकड़ों के मुताबिक देश के आठ शहरों में 1,14,077 डेस्क कैपेसिटी के साथ इसके 69 ऑपरेशनल सेंटर्स हैं। इनमें से सबसे अधिक कमाई कंपनी को बेंगलुरु और मुंबई से होती है। इसके क्लाइंट्स एमेजॉन वेब सर्विसेजइंडिया, जेपीमॉर्गनसर्विसेज इंडिया, ग्रांट थॉर्नटन भारत इत्यादि हैं।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹146.81 करोड़ का शुद्ध घाटा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में कम होकर ₹135.77 करोड़ पर आया और अगले ही ही वित्त वर्ष 2025 में यह ₹128.19 करोड़ के शुद्ध मुनाफे में आ गई। इस दौरान कंपनी की टोटल इनकम सालाना 19% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹2,024.00 करोड़ पर पहुंच गई। इस दौरान कंपनी पर कर्ज वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में ₹485.61 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹625.83 करोड़ से वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹310.22 करोड़ पर आ गया। रिजर्व और सरप्लस की बात करें तो वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹65.68 करोड़ पर रहा।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। हमारी तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।
