Last Updated on October 5, 2025 15:13, PM by Khushi Verma
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPI) सितंबर में भारतीय शेयर बाजार में शुद्ध सेलर बने रहे हैं. इस दौरान उन्होंने 23,885 करोड़ रुपए के शेयर बेचे हैं. इस साल अब तक कुल एफपीआई द्वारा कुल 1.58 लाख करोड़ रुपए की शुद्ध बिकवाली की है. आपको बता दें कि भारतीय शेयर बाजार के लिए पिछला हफ्ता काफी अच्छा रहा. निफ्टी 239 अंक या 0.97 प्रतिशत की तेजी के साथ 24,894 पर और सेंसेक्स 780 अंक या 0.97 प्रतिशत की बढ़त के साथ 81,207 पर बंद हुआ.
अगस्त में 34,900 करोड़ रुपए की बिकवाली
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के मुताबिक अगस्त में 34,990 करोड़ रुपए और जुलाई में 17,700 करोड़ रुपए की भारी बिकवाली के बाद यह निकासी का लगातार तीसरा महीना है.
इन कारण से सेलर बने FPI
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- मॉर्निगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के प्रमुख, मैनेजर रिसर्च हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि हालिया बिकवाली कई कारकों से प्रेरित थी, जैसे अमेराका का भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगाना शामिल था
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- अमेरिका द्वारा H-1B वीजा पर एकमुश्त 1 लाख अमेरिकी डॉलर की शुल्क वृद्धि भी एफपीआई की बिकवाली का कारण रही है. इसके अलावा रुपए के रिकॉर्ड लो लेवल तक गिरने से करेंसी रिस्क भी बढ़ा है.
दूसरे एशियाई मार्केट की तरफ रुख
एक्सपर्ट के मुताबिक भारतीय इक्विटी मार्केट के अपेक्षाकृत हाई वैल्यूएशन के चलते भी एफपीआई ने दूसरे एशियाई मार्केट्स की तरफ भी रुख किया है.
भारत के पक्ष में हो सकती स्थितियां
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- कुछ विश्लेषकों के मुताबिक मौजूदा बिकवाली के बावजूद स्थितियां धीर-धीरे भारत के पक्ष में हो सकती हैं. एजेल वन के सीनियर फंडामेंटल एक्सपर्ट वकारजावेद खान के मुताबिक वैल्यूएशन अधिक उचित हो गए हैं.
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- जीएसटी दरों में कटौती और ग्रोथ को समर्थन देने वाली मॉनेटरी पॉलिसी जैसे कारक विदेशी निवेशकों की दिलचस्पी को एक बार फिर जगा सकते हैं.
निफ्टी के इंडेक्स में तेजी
29 सितंबर से 3 अक्टूबर के कारोबारी सत्र में निफ्टी पीएसयू बैंक 4.43 प्रतिशत की बढ़त के साथ शीर्ष पर था, जबकि निफ्टी मेटल में 3.93 प्रतिशत, निफ्टी मीडिया में 1.87 प्रतिशत, निफ्टी प्राइवेट बैंक में 2.53 प्रतिशत और निफ्टी पीएसई में 2.77 प्रतिशत की बढ़ दर्ज की गई. लार्जकैप के साथ मिडकैप और स्मॉलकैप में भी खरीदारी का रुझान देखा गया. निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 1,124 अंक या 2.00 प्रतिशत की बढ़त के साथ 57,503 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 317 अंक या 1.81 प्रतिशत की मजबूती के साथ 17,787 पर बंद हुआ.
खबर से जुड़े FAQs
सवाल: सितंबर में विदेशी निवेशकों (FPI) ने क्या किया?
जवाब: विदेशी निवेशकों ने सितंबर में भारतीय शेयर बाजार से 23,885 करोड़ रुपए निकाले, जिससे वे लगातार तीसरे महीने शुद्ध बिकवाल बने रहे.
सवाल: FPI भारतीय बाजार से शेयर क्यों बेच रहे हैं?
जवाब: अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ और H-1B वीजा शुल्क, कमजोर रुपया और भारतीय बाजार का महंगा वैल्यूएशन इसके मुख्य कारण हैं.
सवाल: इस साल FPI ने अब तक कुल कितनी बिकवाली की है?
जवाब: इस साल यानी 2025 में अब तक FPI द्वारा कुल 1.58 लाख करोड़ रुपए की शुद्ध बिकवाली की जा चुकी है.
सवाल: FPI की बिकवाली के बावजूद पिछले हफ्ते बाजार कैसा रहा?
जवाब: पिछले हफ्ते बाजार काफी अच्छा रहा; सेंसेक्स और निफ्टी, दोनों में लगभग 1 प्रतिशत की तेजी देखी गई.
सवाल: क्या विदेशी निवेशक बाजार में वापस लौट सकते हैं?
जवाब: हां, कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि अब वैल्यूएशन बेहतर हो गए हैं और जीएसटी दरों में कटौती जैसे कदम उन्हें वापस ला सकते हैं
