Last Updated on September 30, 2025 17:07, PM by Pawan
वोल्टास पर बीती कुछ तिमाहियों में दबाव दिखा है। इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी की सेल्स कमजोर रही। इस साल गर्मी कम पड़ी और पिछले साल का बेस हाई था। दूसरी तिमाही में भी यह ट्रेंड जारी रहा। जीएसटी के रेट्स में कमी के ऐलान उसके लागू होने के बीच करीब 5 हफ्तों का फर्क था। इसका असर भी कंपनी की सेल्स पर पड़ा। इन चैलेंजेज के बावजूद वोल्टास के मैनेजमेंट को आने वाला समय बेहतर रहने की उम्मीद है। मैनेजमेंट ने इस वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही बेहतर रहने का अनुमान जताया है। इसकी वजह जीएसटी रेट्स में कमी है। साथ ही कंपनी को त्योहारी सीजन का भी फायदा मिलेगा।
Voltas के यूसीपी बिजनेस में FY26 की पहली तिमाही में काफी कमजोरी दिखी। जुलाई 2025 तक इंडस्ट्री के वॉल्यूम में 15 फीसदी गिरावट थी। इसका असर वोल्टास की सेल्स पर भी पड़ा। इसके बावजूद कंपनी ने RAC (रूम एयर कंडिशनर्स) में अपनी मार्केट लीडरशिप बनाए रखी। पहली तिमाही में आरएसी में कंपनी की बाजार हिस्सेदारी करीब 18 फीसदी थी। कंपनी को अपने स्ट्रॉन्ग ट्रेड नेटवर्क का फायदा मिला। मानसून लंबा रहने से दूसरी तिमाही में भी कंपनी के प्रदर्शन पर दबाव दिख सकता है। मैनेजमेंट को तीसरी तिमाही से प्रदर्शन बेहतर रहने की उम्मीद है।
वोल्टास को कमर्शियल एसी सेगमेंट से ग्रोथ को सपोर्ट मिलने की उम्मीद है। यह सेगमेंट कंपनी के लिए ग्रोथ का इंजन बन सकता है। कंपनी ने रेट्रोफिट डिमांड, पार्टनरशिप और 150 शहरों में पहुंच के जरिए अगले 2-3 तीन सालों में 15-20 फीसदी ग्रोथ का टारगेट तय किया है। फिलहार कमर्शियल रेफ्रिजरेशन और एयर कूलर्स के लिए चैलेंज दिख रहा है लेकिन डिमांड में स्थिरता आने के बाद दोनों सेगमेंट में रिकवरी दिख सकती है। कंपनी का फोकस प्रीमियम RAC पोर्टफोलियो के विस्तार पर है। कंपनी डिमांड का फायदा उठाने के लिए अपने प्रोडक्ट मिक्स को बेहतर बना रही है।
इंटरनेशनल बिजनेस खासकर मिडिल ईस्ट को लेकर कंपनी सावधानी बरत रही है। कंपनी हाई-क्वालिटी क्लाइंट्स पर फोकस कर रही है। सिर्फ वॉल्यूम के पीछे भागने की जगह यह प्रॉफिटेबल प्रोजेक्ट्स लेना चाहती है। इससे कंपनी का मार्जिन नहीं घटेगा और वर्किंग कैपिटल को लेकर प्रेशर नहीं रहेगा। जहां तक होम एप्लायंसेज सेगमेंट (Voltas Bako) की बात है तो कंपनी अपनी प्रीमियम रेंज को मजबूत करना चाहती है। इसमें फुली ऑटोमैटिक वाशिंग मशीन और फ्रॉस्ट फ्री रेफ्रिजरेटर्स शामिल हैं।
वोल्टास को उम्मीद है कि रूम एयर कंडीशनर्स और डिशवॉशर्स पर जीएसटी रेट 28 फीसदी से घटकर 18 फीसदी पर आ जाने से दोनों प्रोडक्ट्स की सेल्स बढ़ेगी। EMPS सेगमेंट में भी FY26 में रिकवरी आने की उम्मीद है। कंपनी को इंटरनेशनल बिजनेस के लिए कम प्रोविजनिंग का भी फायदा मिलेगा। कंपनी का फोकस मीडियम और लॉन्ग टर्म में चैनल्स, प्रीमियम प्रोडक्ट्स के विस्तार और एयर कूलर्स और कमर्शियल रेफ्रिजरेशन में लीडरशिप पोजीशन मजबूत करने पर है। इससे ग्रोथ अच्छे लेवल पर बनाए रखने में मदद मिलेगी। इंडिया में एसी की पहुंच अब भी आबादी के बड़े हिस्से तक नहीं है। अभी स्टॉक में FY27 की अनुमानित अर्निंग्स के 45 गुना पर ट्रेडिंग हो रही है। इनवेस्टर्स करेक्शन पर इस स्टॉक में इनवेस्ट कर सकते हैं।
