Last Updated on September 26, 2025 10:33, AM by Khushi Verma
Saatvik Green Energy IPO Listing: सोलर मॉड्यूल बनाने वाली सात्विक ग्रीन एनर्जी के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में फ्लैट एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 6 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹465 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी ₹460.00 और NSE पर ₹465.00 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को कोई लिस्टिंग गेन नहीं मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर BSE पर यह ₹460.55 (Saatvik Green Energy Share Price) पर पहुंच गया यानी कि आईपीओ निवेशक अब भी न तो खास फायदे में हैं और न घाटे में। एंप्लॉयीज फायदे में हैं क्योंकि उन्हें हर शेयर ₹44.00 के डिस्काउंट पर मिला है।
Saatvik Green Energy IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
सात्विक ग्रीन एनर्जी का ₹900.00 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 19-23 सितंबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 6.93 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 11.41 गुना (एक्स-एंकर), नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 10.57 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 2.81 गुना और एंप्लॉयीज का हिस्सा 5.59 गुना भरा था।
इस आईपीओ के तहत ₹700.00 करोड़ के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा ₹2 की फेस वैल्यू वाले 43,01,075 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹10.82 करोड़ कर्ज हल्का करने, ₹166.44 करोड़ सब्सिडरी सात्विक सोलर इंडस्ट्रीज का कर्ज हल्का करने के लिए इसमें इक्विटी या डेट के जरिए निवेश, ₹477.23 करोड़ ओडिशा के गोपालपुर में नेशनल हाईवे-16 पर 4 गीगावाट की सोलर पीवी मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी लगाने के लिए सात्विक सोलर इंडस्ट्रीज में निवेश और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
Saatvik Green Energy के बारे में
वर्ष 2015 में बनी सात्विक ग्रीन एनर्जी सोलर मॉड्यूल्स बनाती है। यह EPC (इंजीनियरिंग, प्रोक्यूरमेंट और कंस्ट्रक्शन) सर्विसेज ऑफर करती है। यह ऐसी तकनीक का इस्तेमाल करती है, जिससे एनर्जी लॉस कम करने में मदद मिलती है और ओवरऑल एफिसिएंसी बढ़ती है। कंपनी ने वर्ष 2016 में मैन्युफैक्चरिंग का काम शुरू किया था और अब इसकी सालाना इंस्टॉल्ड कैपेसिटी मार्च 2017 के आखिरी में 125 MW से बढ़कर जून 2025 के आखिरी में करीब 3.80 गीगावाट तक पहुंच गया। कंपनी की हरियाणा के अंबाला में दो मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज हैं।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹4.75 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में रॉकेट की स्पीड से बढ़कर ₹100.47 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹213.93 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की टोटल इनकम सालाना 88% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹2,192.47 करोड़ पर पहुंच गई।
इस दौरान कंपनी पर कर्ज भी तेजी से बढ़ा और वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में यह ₹144.49 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹263.42 करोड़ से वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹458.10 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान रिजर्व और सरप्लस की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में यह ₹16.89 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹263.42 करोड़ से वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹458.10 करोड़ पर पहुंच गया।