Last Updated on September 25, 2025 11:55, AM by Khushi Verma
Ivalue Infosolutions IPO Listing: टेक्नोलॉजी सर्विसेज और सॉल्यूशंस प्रोवाइडर आईवैल्यू इंफोसॉल्यूशंस के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 1.82 गुना बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹299 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी ₹285.00 और NSE पर ₹284.95 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को कोई लिस्टिंग गेन नहीं मिला बल्कि लिस्टिंग पर 4% से अधिक पूंजी ही घट गई। आईपीओ निवेशकों को और झटका तब लगा, जब शेयर टूट गए। टूटकर BSE पर यह ₹278.65 (Ivalue Share Price) पर आ गया यानी कि आईपीओ निवेशक अब 6.81% घाटे में हैं।
Ivalue Infosolutions IPO को कैसा मिला था रिस्पांस?
आईवैल्यू इंफोसॉल्यूशंस का ₹560.29 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 18-22 सितंबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओवरऑल 1.82 गुना बोली मिली थी। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 3.18 गुना (एक्स-एंकर), नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 1.26 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 1.28 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत कोई भी नया शेयर नहीं जारी हुआ है। ₹10 की फेस वैल्यू वाले 1,87,38,958 शेयरों की ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिक्री हुई है। ऑफर फॉर सेल का पैसा शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। चूंकि नए शेयर नहीं जारी हुए हैं तो कंपनी को आईपीओ का पैसा नहीं मिला है।
Ivalue Infosolutions के बारे में
वर्ष 2008 में बनी आईवैल्यू इंफोसॉल्यूशंस डिजिटल एप्लीकेशंस और डेटा को सिक्योर और मैनेज करने का काम संभालती है। इसे लेकर यह बड़ी कंपनियों को सर्विसेज ऑफर करती है। इसका कारोबार भारत में ही नहीं बल्कि सार्क देशों और दक्षिण पूर्व एशिया के देशों में भी फैला हुआ है। यह सिस्टम इंटीग्रेटर्स, एंटरप्राइज कस्टमर्स और ओईएम (ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स) को सर्विसेज ऑफर करती है।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹59.92 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में उछलकर ₹70.57 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹85.30 करोड़ पर पहुंच गया। हालांकि इस दौरान कंपनी के टोटल इनकम में उठा-पटक दिखी। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹805.79 करोड़ की टोटल इनकम हासिल हुई थी जोकि अगले वित्त वर्ष 2024 में फिसलकर ₹795.18 करोड़ पर आ गया लेकिन फिर अगले वित्त वर्ष 2025 में यह बढ़कर ₹942.35 पर पहुंच गया।
कंपनी पर कर्ज की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में ₹50.48 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹45.19 करोड़ से वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹42.45 करोड़ पर आ गया। इस दौरान रिजर्व और सरप्लस की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में यह ₹294.24 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹364.77 करोड़ से वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹452.36 करोड़ पर पहुंच गया।