Last Updated on September 13, 2025 15:53, PM by Pawan
वित्त वर्ष 26 की दूसरी छमाही में बेहतर आय और जीएसटी रिफॉर्म्स (GST Reforms) और मौद्रिक नरमी के लाभों से प्रेरित वित्त वर्ष 26 की दूसरी छमाही में बेहतर आय की उम्मीदों के चलते इस हफ्ते भारतीय शेयर बाजारों में जोरदार तेजी देखी गई. ऑटो और आईटी शेयरों में तेजी के चलते बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी और सेंसेक्स क्रमशः लगभग 1.32% और 1.21% की बढ़त के साथ बंद हुए. मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों ने बेंचमार्क इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन किया.
फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों, इंफोसिस की बायबैक घोषणा और टेक्नोलॉजी खर्च में सुधार को लेकर आशावाद के चलते आईटी इंडेक्स में तेजी देखी गई. निफ्टी 373 अंक बढ़कर एक बुलिश कैंडल बना रहा है. विश्लेषकों ने कहा कि वीकली चार्ट पर इंडेक्स ने सिमेट्रिकल ट्रायंगल पैटर्न को तोड़ दिया है, जो आगे और तेजी की संभावना का संकेत देता है.
निफ्टी के लिए इमीडिएट सपोर्ट
चॉइस इक्विटी ब्रोकिंग के अनुसार, निफ्टी ने 25,100 के स्तर से ऊपर बने रहकर 25,114 पर बंद होकर मजबूती का प्रदर्शन किया. यह अपने प्रमुख EMA स्तरों से ऊपर कारोबार करना जारी रखे हुए है, जो तेजी के रुझान को दर्शाता है. तत्काल प्रतिरोध स्तर 25,160 और उसके बाद 25,250 और 25,500 क्षेत्र हैं. इमीडिएट सपोर्ट 24,900 और फिर 25,000 पर दिखाई देता है.
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि आईटी सेक्टर के विपरीत, उपभोक्ता-केंद्रित क्षेत्र जैसे ऑटो (Auto) और एफएमसीजी (FMCG) में तेजी आई है, क्योंकि उन्हें उम्मीद है कि जीएसटी में कटौती (GST Rate Cut) से घरेलू खपत बढ़ेगी और मांग में सुधार में मदद मिलेगी.
घरेलू उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) मुद्रास्फीति में मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई और निरंतर विदेशी निकासी ने रुपए पर दबाव डाला. वैश्विक व्यापार तनावों के बीच मजबूत सुरक्षित निवेश मांग के कारण सोना नए उच्च स्तर पर पहुंच गया.
वैश्विक संकेतों का असर
इस हफ्ते, अगस्त में अमेरिकी खुदरा मुद्रास्फीति बढ़कर 2.9% हो गई, जो जनवरी के बाद से उच्चतम दर है. फूड और एनर्जी को छोड़कर, मुख्य मुद्रास्फीति 3.1% पर स्थिर रही. बाजार का ध्यान रोजगार में ग्रोथ में स्लोडाउन और फेड द्वारा ब्याज दरों में ढील दिए जाने की तीव्र संभावना पर केंद्रित रहा. 10-ईयर यूएस ट्रेजरी नोट घटकर 4% रह गया, जो अप्रैल के बाद से सबसे निचला स्तर है.
कई विश्लेषकों ने लगातार उच्च मुद्रास्फीति के बीच फेड को दरें (Fed Rate) कम करने के प्रति आगाह किया है. उन्होंने अगस्त में संयुक्त राज्य अमेरिका की उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) मुद्रास्फीति और श्रम बाजार की गतिशीलता में तीव्र गिरावट के कारण, उन्होंने अगले हफ्ते होने वाली एफओएमसी बैठक में 25 बेसिस प्वाइंट्स की कटौती की उम्मीद जताई है और 2025 तक कुल मिलाकर लगभग तीन कटौती की उम्मीद है.
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
सवाल: इस हफ्ते भारतीय शेयर बाजार में तेजी क्यों आई?
वित्त वर्ष 2026 की दूसरी छमाही में बेहतर कमाई की उम्मीद, जीएसटी सुधारों के असर और ब्याज दरों में नरमी की संभावनाओं की वजह से बाजार में तेजी आई.
सवाल: निफ्टी और सेंसेक्स में कितनी बढ़त हुई?
निफ्टी लगभग 1.32% और सेंसेक्स 1.21% की बढ़त के साथ बंद हुए.
सवाल: किन सेक्टर्स में सबसे ज्यादा तेजी देखने को मिली?
आईटी, ऑटो और एफएमसीजी सेक्टर्स में सबसे ज्यादा तेजी रही
सवाल: ऑटो और एफएमसीजी सेक्टर को किस वजह से फायदा हुआ?
जीएसटी रेट कटौती से घरेलू खपत बढ़ेगी, जिससे इन सेक्टर्स में मांग मजबूत हुई
सवाल: आईटी शेयर क्यों चढ़े?
इंफोसिस के बायबैक ऐलान, टेक खर्च में सुधार और फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर घटाने की उम्मीदों के कारण आईटी इंडेक्स में तेजी आई.
