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Market Outlook : सपाट बंद हुआ बाजार, जानिए 8 सितंबर को कैसी रह सकती है इसकी चाल

Market Outlook : सपाट बंद हुआ बाजार, जानिए 8 सितंबर को कैसी रह सकती है इसकी चाल

Last Updated on September 5, 2025 16:55, PM by Khushi Verma

Stock market : 5 सितंबर के वोलेटाइल सेशन में भारतीय बेंचमार्क इंडेक्स सपाट रहे। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 7.25 अंक या 0.01 प्रतिशत की गिरावट के साथ 80,710.76 पर और निफ्टी 6.70 अंक या 0.03 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,741.00 पर बंद हुआ। आज लगभग 2081 शेयरों में तेजी, 1828 शेयरों में गिरावट और 152 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। सेक्टोरल इंडेक्सों पर नजर डालें तो रियल्टी,एफएमसीजी और आईटी इंडेक्स में 1 फीसदी की गिरावट आई,जबकि ऑटो इंडेक्स में 1.3 फीसदी की तेजी देखने को मिली। मीडिया और मेटल में भी 0.5 फीसदी की तेजी देखने को मिली।

निफ्टी पर एमएंडएम, आयशर मोटर्स, मारुति सुजुकी, डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज और पावर ग्रिड आज के टॉप गेनर शेयरों में शामिल रहे। जबकि आईटीसी, टीसीएस, सिप्ला, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और सिप्ला निफ्टी के टॉप लूजरों में रहे। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स सपाट बंद हुए हैं।

8 सितंबर को कैसी रह सकती है बाजार की चाल

सेंट्रम ब्रोकिंग के नीलेश जैन का कहना है कि बाजारों में आज अच्छी रिकवरी देखने को मिली निफ्टी अपने 21-डे के औसत (जो वर्तमान में 24,700 के आसपास है) से ऊपर बंद होने में कामयाब रहा। हालांकि, हालिया मोमेंटम को 50-दिन के औसत (24980) के पास रेजिस्टेंस का सामना करना पड़ा, जो इंडेक्स पर बने एक सिमिट्रिकल ट्राइएंगल पैटर्न की ऊपरी सीमा के मुताबिक भी है। तेजी के नए दौर के लिए निफ्टी को 25,000 से ऊपर एक निर्णायक ब्रेकआउट देना होगा। इस स्तर से ऊपर जाने पर निफ्टी में 25,300 और अंततः 25,500 तक की तेजी देखने को मिल सकती है।

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के विनोद नायर का कहना है कि भारतीय शेयर बाजार आज सपाट रहे, लेकिन सपोर्ट लेवलों पर खरीदारी के चलते प्रमुख सूचकांकों में दिन के निचले स्तर से उछाल आने से सेंटीमेंट थोड़ा अच्छा हुआ। मांग में तेजी की उम्मीदों के चलते ऑटो सेक्टर में बढ़त जारी रही। ब्रॉडर मार्केट ने बेहतर प्रदर्शन किया। मिड-कैप और स्मॉल-कैप में अच्छी तेजी रही। घरेलू निवेशक लार्ज-कैप से आगे बढ़कर दूसरे शेयरों में भी वैल्यू और ग्रोथ की तलाश करते नजर आए।

ग्लोबल मार्केट के अच्छे संकेतों से भी बाजार को सपोर्ट मिला। अमेरिकी और एशियाई बाजारों में अमेरिकी रोजगार रिपोर्ट आने से पहले तेजी देखने को मिली। फेड से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद बाजार के लिए बड़ा ट्रिगर है। निकट भविष्य में,बाजार सीमित दायरे में रहने की संभावना है। इसमें गिरावट में खरीदारी और उछाल पर बिक्री की रणनीति निवेशकों के लिए बेहतर साबित हो सकती है।

 

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