Last Updated on August 29, 2025 12:45, PM by Khushi Verma
Reserve Bank of India: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के बुलेटिन में कहा गया है कि भारत-अमेरिका व्यापार नीतियों पर बनी अनिश्चितताएं जोखिम पैदा कर रही हैं। हालांकि निकट भविष्य में महंगाई में और नरमी आ सकती है। इसमें आगे कहा गया है कि अच्छा मॉनसून और तापमान की बेहतर स्थिति खरीफ सीजन के लिए शुभ संकेत हैं। वास्तविक ग्रामीण मजदूरी में बढ़त से वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में मांग में तेजी देखने को मिल सकती है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा रूसी तेल खरीदने पर 27 अगस्त को लगाए गए अतिरिक्त 25 प्रतिशत जुर्माने के बाद अब अमेरिका को होने वाले भारतीय निर्यात पर 50 प्रतिशत टैरिफ लग जाएगा। यह जुर्माना 25 प्रतिशत के रिसिप्रोकल टैरिफ के अतिरिक्त है।
रिटेल महंगाई 4 फीसदी के लक्ष्य से नीचे आने की उम्मीद
इस बुलेटिन में आगे कहा गया है कि अनुकूल वित्तीय स्थिति, ब्याज दरों में कटौती के फायदों में विस्तार, बेतर राजकोषीय सुधार और घरेलू इकोनॉमी में मजबूती को देखते हुए आगे हमें मांग में और अच्छी बढ़त दिखने की उम्मीद है। अनुकूल बेस इफेक्ट और खाने-पीने की चीजों के दाम में गिरावट के कारण रिटेल महंगाई के वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में बढ़ने से पहले, दूसरी तिमाही में 4 फीसदी के लक्ष्य से नीचे आने की उम्मीद है।
इस साल एवरेज हेड लाइन इंफ्लेशन के लक्ष्य से काफी नीचे रहने की उम्मीद
कुल मिलाकर, इस साल एवरेज हेड लाइन इंफ्लेशन के लक्ष्य से काफी नीचे रहने की उम्मीद है। बुलेटिन में आगे कहा गया है कि मौद्रिक नीति बनाने वाली कमिटी आने वाले आंकड़ों और डोमेस्टिक ग्रोथ और महंगाई की स्थति पर कड़ी नज़र रखेगी, जिससे की सही पॉलिसी तैयार की जा सके।
