Last Updated on August 28, 2025 16:00, PM by Khushi Verma
0नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO आशीष कुमार चौहान ने भारत की कैपिटल मार्केट्स की मजबूती और भविष्य की दिशा पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि भारत के शेयर बाज़ार वैश्विक आर्थिक चुनौतियों के बीच भी लगातार लचीलेपन और मजबूती का प्रदर्शन कर रहे हैं. उनका विज़न विकसित भारत 2047 की ओर देश को एक वैश्विक वित्तीय ताकत बनाने का है.
वैश्विक चुनौतियों के बावजूद मजबूती
NSE के CEO आशीष कुमार चौहान ने बताया कि बढ़ती भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं, सख्त मौद्रिक नीतियों और अस्थिर कमोडिटी प्राइस के बावजूद भारतीय शेयर बाज़ार मज़बूत बने हुए हैं. इसकी वजह है भारत की मज़बूत अर्थव्यवस्था, उच्च बचत दर, बैंकों की मजबूत बैलेंस शीट और डिजिटलाइजेशन की तेज़ रफ्तार. यही कारक घरेलू स्तर पर बाज़ार को सहारा दे रहे हैं और वैश्विक झटकों से बचा रहे हैं.
आत्मनिर्भर भारत की झलक
उन्होंने कहा कि भारतीय बाज़ारों की यह मजबूती आत्मनिर्भर भारत की सच्ची झलक है. घरेलू ताकतों के दम पर भारत न केवल वैश्विक अस्थिरता से बच रहा है, बल्कि निवेशकों का विश्वास भी लगातार मजबूत कर रहा है.
इतिहास से मिली सीख
आशीष कुमार चौहान ने याद दिलाया कि पिछले तीन दशकों में भारत ने एशियन फाइनेंशियल क्राइसिस (1990s), 9/11, 2008 की ग्लोबल फाइनेंशियल क्राइसिस और कोविड-19 जैसी वैश्विक चुनौतियों का सामना किया है. हर बार भारत और मजबूत होकर निकला है, गहरे सुधारों और बेहतर गवर्नेंस के साथ.
निवेशकों के लिए बड़ा अवसर
उन्होंने कहा कि भारत की बढ़ती घरेलू मांग और तकनीकी इनोवेशन देश को लॉन्ग टर्म के लिए अवसरों और स्थिरता की ओर ले जा रहे हैं. प्रूडेंट रेगुलेशन और मजबूत गवर्नेंस भारत की इस यात्रा को और मजबूत करते हैं. चौहान का मानना है कि भारत न केवल मौजूदा अस्थिरता से निपट रहा है, बल्कि विक्सित भारत 2047 की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है.
BSE के CEO ने भी कही बड़ी बात
बीएसई (BSE) के एमडी और सीईओ एस. राममूर्ति ने कहा है कि अमेरिका के टैरिफ का भारत पर कोई खास असर नहीं होगा. उन्होंने बताया कि भारत में ग्रोथ और निवेश के असीमित अवसर मौजूद हैं और देश तेजी से आगे बढ़ रहा है. भारत की मजबूत अर्थव्यवस्था और बड़ी जनसंख्या इसे दुनिया का सबसे बड़ा कंज्यूमर मार्केट बनाए रखेगी, जहां लंबे समय तक वैश्विक कंपनियों के लिए अपार संभावनाएं बनी रहेंगी.
