Dividend Stocks: पब्लिक सेक्टर कंपनियां एक बार फिर स्टेबल इनकम चाहने वाले निवेशकों के लिए आकर्षक साबित हुई हैं क्योंकि कई कंपनियों ने पिछले 12 महीनों में भारी डिविडेंड भुगतान की घोषणा की है. ये शेयर लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर्स को न केवल पूंजी वृद्धि देते हैं बल्कि डिविडेंड के माध्यम से नियमित आय भी प्रदान करते हैं. डिविडेंड कंपनी के लाभ का वह हिस्सा होता है जो शेयरधारकों को तिमाही, अर्धवार्षिक या वार्षिक आधार पर दिया जाता है.
कोल इंडिया ने दिया 32 रुपए का डिविडेंड
सरकारी स्वामित्व वाली कंपनियों में Coal India ने 32 रुपए प्रति शेयर के डिविडेंड के साथ सबसे आगे रहकर 8.6% का डिविडेंड यील्ड दिया. Power Finance Corporation (PFC) और REC लिमिटेड दोनों ने लगभग 19 रुपए प्रति शेयर का डिविडेंड दिया, जिससे निवेशकों को लगभग 5% की यील्ड मिली. Energy सेक्टर की दिग्गज कंपनी ONGC ने 13.5 रुपए प्रति शेयर के डिविडेंड के साथ 6% की यील्ड प्रदान की.
NMDC की डिविडेंड यील्ड 7% रही
बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) ने 8.4 रुपए प्रति शेयर डिविडेंड दिया, हालांकि इसकी यील्ड 3% रही जो अपेक्षाकृत कम है. NALCO ने 10 रुपए प्रति शेयर डिविडेंड दिया और 5% की यील्ड दी, जबकि NMDC ने 4.8 रुपए प्रति शेयर कम डिविडेंड के बावजूद 7% की उच्च यील्ड उपलब्ध कराई. अन्य कंपनियों में BPCL ने 10 रुपए प्रति शेयर का डिविडेंड दिया, जिससे 3% की यील्ड बनी, वहीं इंजीनियरिंग कंसल्टेंसी फर्म RITES Limited ने 10 रुपए के डिविडेंड के साथ 4% की यील्ड दी.
5 सालों में 250% बढ़ा BSE PSU Index
सूची के अंत में BPCL और HUDCO हैं. BPCL ने 10 रुपए का डिविडेंड दिया और 3% की यील्ड प्रदान की, जबकि HUDCO ने 8.4 रुपए का डिविडेंड दिया, जिससे 3% का रिटर्न मिला. बीएसई पब्लिक सेक्टर कंपनियों का सूचकांक बीते पांच वर्षों में लगभग 250% बढ़ा है, जो बेहतर प्रदर्शन, संचालन प्रबंधन, वित्तीय सुधार और सरकारी सुधारों का परिणाम है.
