Last Updated on August 17, 2025 15:27, PM by
TCS Market Value Decline: टाटा ग्रुप की कंपनी टीसीएस के शेयरों में पिछले कुछ समय से जबरदस्त गिरावट आई है। इससे कंपनी की मार्केट वैल्यू बहुत ज्यादा गिर गई है।
क्यों आ रही गिरावट?
यह गिरावट इसलिए हो रही है क्योंकि डिमांड कम है। जेनरेटिव AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का असर भी दिख रहा है। इसके अलावा Q1 (पहली तिमाही) के नतीजे भी मिले-जुले रहे हैं। इन सब कारणों से विदेशी निवेशक (FII) टीसीएस से पैसा निकाल रहे हैं। जून 2024 में FII के पास टीसीएस के 12.35% शेयर थे। जून 2025 में यह हिस्सेदारी घटकर 11.48% रह गई है।
विदेशी निवेशकों की बिकवाली से आईटी सेक्टर को और भी नुकसान हो रहा है। निफ्टी आईटी इंडेक्स इस साल 25% गिर गया है। यह बाजार का सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला हिस्सा है। साल 2025 में जुलाई तक विदेशी निवेशकों ने भारत से 95,600 करोड़ रुपये निकाले हैं। इसमें से आधा से ज्यादा पैसा आईटी शेयरों से ही निकाला गया है।
म्यूचुअल फंड कंपनियों ने बढ़ाई हिस्सेदारी
म्यूचुअल फंड (MF) अलग तरह से काम कर रहे हैं। म्यूचुअल फंड कंपनियों ने टीसीएस में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। उन्होंने एक साल में टीसीएस में अपनी हिस्सेदारी 4.25% से बढ़ाकर 5.13% कर दी है। जुलाई के आंकड़ों से पता चलता है कि म्यूचुअल फंड ने 400 करोड़ रुपये के नए शेयर खरीदे हैं।
वैल्यूएशन में भी बदलाव
टीसीएस के वैल्यूएशन में भी भारी बदलाव हुआ है। टीसीएस का ट्रेलिंग PE (प्राइस टू अर्निंग रेशियो) 41 गुना से घटकर 20 गुना हो गया है। पिछले पांच सालों में कंपनी का प्रॉफिट 8.5% की दर से बढ़ा है और शेयर की कीमत 6% की दर से बढ़ी है। BNP परिबास ने डिविडेंड को एक सहारा बताया है। TCS का डिविडेंड यील्ड अब 3.7% है, जबकि पिछले पांच सालों का औसत 2.9% था। पिछले पांच सालों में यह 3.6% तक गया था।
लेकिन अभी भी दिख रहा अवसर
कुछ निवेशकों को अभी भी टीसीएस में अवसर दिख रहा है। BNP परिबास का कहना है कि फाइनेंशियल ईयर 2026 के बाद BSNL डील पूरी होने पर मार्जिन में सुधार होगा। BNP ने TCS को ‘आउटपरफॉर्म’ रेटिंग दी है और 4,400 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है। उनका कहना है कि मजबूत फंडामेंटल और आकर्षक वैल्यूएशन TCS को मौजूदा अनिश्चित माहौल में उनकी टॉप पसंद बनाते हैं।