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रिजल्ट के बाद 7% गिर चुका है रिलायंस का शेयर, 48 लाख शेयरहोल्डर्स को AGM में मिलेगी गुड न्यूज?

रिजल्ट के बाद 7% गिर चुका है रिलायंस का शेयर, 48 लाख शेयरहोल्डर्स को AGM में मिलेगी गुड न्यूज?

Last Updated on August 16, 2025 11:05, AM by

रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की सबसे वैल्यूएबल कंपनी है। इसके शेयरहोल्डर्स की संख्या करीब 48 लाख है। लेकिन पहली तिमाही के रिजल्ट के बाद कंपनी का शेयर करीब 7 फीसदी गिर चुका है। अब निवेशकों की नजर 29 अगस्त को होने वाली रिलायंस की एजीएम पर है।

रिलायंस देश की सबसे वैल्यूएबल कंपनी है।
 
नई दिल्ली: मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली देश की सबसे वैल्यूएबल कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने साल की पहली तिमाही में उम्मीद से बेहतर कमाई की। कई बड़े ब्रोकरेज हाउस ने भी कंपनी के बारे में अच्छी बातें कहीं। लेकिन इसका निवेशकों पर कुछ खास असर नहीं हुआ। पहली तिमाही का रिजल्ड आने के बाद कंपनी के शेयरों में करीब 7% तक गिरावट आई है। बाजार के जानकारों का मानना है कि अभी शेयर में कंसोलिडेशन का दौर चल रहा है। अब निवेशकों को 29 अगस्त को होने वाली कंपनी की AGM का इंतजार है।रिलायंस के शेयरों में गिरावट की प्रमुख वजह निफ्टी में आई गिरावट है। ट्रंप के टैरिफ को लेकर चिंता और अप्रैल-जून तिमाही में कंपनियों की कमजोर कमाई के कारण निफ्टी में गिरावट आई है। 18 जुलाई को रिलायंस के पहली तिमाही के नतीजे आने के बाद से निफ्टी लगभग 350 अंक या 1.4% तक गिर चुका है। Bonanza के टेक्निकल रिसर्च एनालिस्ट द्रुमिल विठलानी ने कहा कि रिलायंस के शेयर 1,380 रुपये से 1,375 रुपये के आसपास हैं। यह एक महत्वपूर्ण सपोर्ट जोन है, जिसे पिछले कुछ दिनों में कई बार टेस्ट किया गया है।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स

उन्होंने कहा, “रिलायंस के शेयर का RSI 36.88 पर है, जो दिखाता है कि शेयर ओवरसोल्ड जोन में है। लेकिन, अभी तक इसमें सुधार का कोई संकेत नहीं मिला है।” विठलानी ने कहा कि इसका ADX लगभग 32 है जो यह दिखाता है कि अभी भी शेयर में गिरावट का ट्रेंड बना हुआ है। अगर शेयर का भाव 1,375 रुपये से नीचे जाता है, तो इसमें और गिरावट आ सकती है और यह 1,320 रुपये से 1,300 रुपये तक जा सकता है। उन्होंने बताया कि 1,408 रुपये पर पहला रेजिस्टेंस है और 1,423 रुपये पर दूसरा रेजिस्टेंस है। अगर शेयर का भाव लगातार 1,423 रुपये से ऊपर बना रहता है, तो यह सुधार का शुरुआती संकेत हो सकता है।

सेंट्रम ब्रोकिंग के हेड वाइस प्रेसिडेंट (इक्विटी रिसर्च टेक्निकल एंड डेरिवेटिव्स) नीलेश जैन का मानना है कि रिलायंस का शेयर अभी कंसोलिडेशन के दौर में है। शॉर्ट टर्म में शेयर थोड़ा कमजोर दिख रहा है लेकिन रिलायंस को एक पोजीशनल बेट के तौर पर खरीदना शुरू किया जा सकता है। 1,325 रुपये पर सपोर्ट और 1,450 रुपये पर रेजिस्टेंस है। रिलायंस के शेयर बुधवार को 1,384 रुपये पर बंद हुए थे। मैक्वेरी और मॉर्गन स्टेनली ने रिलायंस पर आउटपरफॉर्म और ओवरवेट रेटिंग बरकरार रखी है।

कहां तक जाएगी कीमत

वहीं, मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज और नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज जैसे घरेलू ब्रोकरेज हाउस ने इसे खरीदने का सुझाव दिया है। इन ब्रोकरेज हाउस ने क्रमश: 1,500 रुपये, 1,617 रुपये, 1,700 रुपये और 1,767 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। मैक्वेरी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि शेयर की कीमत में कुछ समय के लिए गिरावट आ सकती है। नुवामा का मानना है कि रिलायंस का न्यू एनर्जी बिजनेस कंपनी के लिए लॉन्ग टर्म ग्रोथ का इंजन साबित होगा। गुरुवार को कंपनी का शेयर 0.53% गिरावट के साथ 1375.30 रुपये पर ट्रेड कर रहा था।

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