Last Updated on August 5, 2025 12:14, PM by Pawan
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नई टैरिफ धमकियों के बाद, बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी और सेंसेक्स की 5 अगस्त को सुस्त शुरुआत देखने को मिली है। सोमवार को ट्रंप ने रूसी तेल की खरीद का हवाला देते हुए भारतीय निर्यात पर लगने वाले शुल्क में “भारी” बढ़ोतरी की चेतावनी दी थी। यह बयान पिछले हफ्ते के 25 प्रतिशत टैरिफ और जुर्माने की धमकी के बाद आया है।
कल भारतीय बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी ने दो दिन की गिरावट का सिलसिला तोड़ दिया था और 4 अगस्त को सकारात्मक रुख के साथ बंद हुए थे। ब्रॉडर मार्केट में भी तेजी देखने को मिली थी। इसके चलते मिडकैप और स्मॉलकैप दोनों इंडेक्सों में एक-एक फीसदी से ज्यादा की बढ़त हुई थी।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) ने भारतीय शेयर बाजारों में 2,566 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने 4,386 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।
बाजार की संभावित वोलैटिलिटी मापने वाला इंडिया VIX 4 अगस्त को शॉर्ट टर्म मूविंग एवरेज से ऊपर रहा और इंट्राडे में 12.63 ज़ोन तक चढ़ गया और फिर 0.06 प्रतिशत की गिरावट के साथ 11.97 पर बंद हुआ। कुल मिलाकर, यह तेज़ड़ियों के लिए सावधानी का संकेत है।
इन अहम स्तरों पर रहे नजर
इनसाइड बार कैंडल पैटर्न दर्शाता है कि बुल्स अहम सपोर्ट स्तरों का बचाव कर रहे हैं। 24,600-24,500 का जोन मई से लगातार एक मज़बूत बेस के रूप में कार्य कर रहा है, और कई पुलबैक के बावजूद मज़बूत बना हुआ है। जब तक यह सपोर्ट बरकरार रहता है, बुल्स द्वारा वापसी की संभावना है। हालांकि, बाजार दबाव में बना हुआ है, और ऊपर की ओर बढ़ने पर रेजिस्टेंस की उम्मीद है। शॉर्ट टर्म में निफ्टी के लिए 24,850-24,950 का दायरा तत्काल रेजिस्टेंस का काम कर सकता है। इस स्थिति में, निफ्टी के एक दायरे में कारोबार करने की उम्मीद है। ऐसे में गिरावट पर खरीदारी और उछाल पर बिकवाली की रणनीति सही साबित होगी। सपोर्ट के पास खरीदारी करें और रेजिस्टेंस के आसपास मुनाफावसूली करने की रणनीति अपनाएं।
एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट क्षितिज गांधी ने कहा, “बैंक निफ्टी ने उतार-चढ़ाव भरे सत्र के बाद मामूली बढ़त हासिल की, फिर भी यह मंदी में फंसा हुआ है और डेली चार्ट पर लगातार निचले स्तरों को छू रहा है। इंडेक्स अब 55,500-55,000 के अपने अहम सपोर्ट जोन से थोड़ा ऊपर है। 56,500 से नीचे बने रहने पर भी निकट अवधि का रुझान मंदड़ियों के पक्ष में रहेगा और किसी भी उछाल में बिकवाली के दबाव देखने को मिल सकता है।”
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