Last Updated on July 31, 2025 11:39, AM by
Tata Motors Iveco Deal: टाटा मोटर्स ने यूरोप की जानी-मानी कमर्शियल व्हीकल कंपनी Iveco Group N.V. के अधिग्रहण का ऐलान किया है. यह सौदा 3.8 अरब यूरो (लगभग ₹34,000 करोड़) का होगा और पूरी तरह कैश डील में किया जाएगा.
Tata Motors Iveco Deal की अहम बातें
टाटा मोटर्स ने Iveco के सभी शेयर (रक्षा कारोबार को छोड़कर) खरीदने का प्रस्ताव दिया है. ऑफर कीमत €14.1 प्रति शेयर है, जो पिछले तीन महीनों के औसत शेयर प्राइस पर 22-25% प्रीमियम है. अगर Iveco का रक्षा कारोबार अलग हो जाता है, तो शेयरधारकों को €5.5-6.0 प्रति शेयर का अतिरिक्त डिविडेंड मिल सकता है, जिससे कुल प्रीमियम 34-41% तक पहुंच सकता है. रक्षा कारोबार का सेपरेशन मार्च 2026 तक पूरा होने की संभावना है.
क्यों खास है यह डील?
इस विलय के बाद टाटा मोटर्स और Iveco की संयुक्त बिक्री 5.4 लाख यूनिट्स और कुल राजस्व €22 बिलियन (₹2.2 लाख करोड़) हो जाएगा. यूरोप 50%, भारत 35% और अमेरिका 15% हिस्सा आएगा. यह अधिग्रहण टाटा मोटर्स की कमर्शियल व्हीकल यूनिट के डिमर्जर के बाद किया गया सबसे अहम कदम माना जा रहा है. यह टाटा को यूरोप और भारत जैसे दो रणनीतिक होम मार्केट्स में मजबूत बनाएगा.
लीडर्स ने क्या कहा?
Tata Motors के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने कहा कि “यह कदम हमारे कमर्शियल व्हीकल कारोबार के डिमर्जर के बाद एक स्वाभाविक अगला कदम है. इससे हमें भारत और यूरोप दोनों में प्रतिस्पर्धा करने की शक्ति मिलेगी.”
Iveco Group CEO ओलोफ पर्सन ने कहा कि “टाटा मोटर्स के साथ जुड़कर हम न केवल अपने इंडस्ट्रियल स्किल्स को और आगे बढ़ाएंगे बल्कि ज़ीरो-एमिशन ट्रांसपोर्ट के इनोवेशन में भी तेजी लाएंगे.”
इस अधिग्रहण के लिए Morgan Stanley और MUFG Bank की अगुवाई में फुल फाइनेंसिंग की गई है. Tata Motors को Clifford Chance, PwC और Kearney जैसे संस्थानों का समर्थन मिला है. Iveco को Goldman Sachs और De Brauw जैसे कानूनी सलाहकारों की सहायता मिल रही है.
छोटे पॉइंटर्स में समझें पूरी स्टोरी
-
- Tata Motors करेगी Iveco Group का अधिग्रहण
-
- दोनों कंपनियां मिलकर करेंगी कमर्शियल व्हीकल सेगमेंट में ग्लोबल लीडर बनने की तैयारी
-
- Iveco Group के बोर्ड ने Tata Motors के कैश ऑफर को दी सिफारिश
-
- अधिग्रहण से पहले Iveco की डिफेंस यूनिट का होगा अलगाव
-
- डील वैल्यू: €3.8 बिलियन / ₹34,200 करोड़ (डिफेंस यूनिट को छोड़कर)
-
- ऑफर प्राइस: €14.1 / ₹1,270 प्रति शेयर
-
- Iveco शेयरधारकों को कुल रिटर्न संभव: €19.6 / ₹1,765 प्रति शेयर तक
-
- Exor देगी टाटा मोटर्स को 27% हिस्सेदारी, करेगी ऑफर का समर्थन
-
- दोनों कंपनियों की संयुक्त बिक्री: 5.4 लाख यूनिट/साल
-
- रेवेन्यू: €22 बिलियन / ₹1.98 लाख करोड़
-
- डिफेंस यूनिट बिक्री से शेयरहोल्डर्स को मिल सकता है ₹500–₹550 प्रति शेयर एक्स्ट्रा डिविडेंड
-
- Tata-Iveco साझेदारी से मिलेगी नई ग्लोबल मौजूदगी: यूरोप, भारत, अमेरिका
-
- कंपनी बनाएगी मजबूत और सस्टेनेबल मोबिलिटी सॉल्यूशंस
-
- डील 2026 की पहली छमाही तक पूरी होने की उम्मीद
निवेशकों के लिए क्या मायने रखता है ये सौदा?
टाटा मोटर्स के लिए यह अधिग्रहण ग्लोबल उपस्थिति बढ़ाने का मौका है. यूरोप में मजबूत पोजीशन और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में तेजी से विस्तार की उम्मीद है. भारत और वैश्विक निवेशकों के लिए ये लंबी अवधि का रणनीतिक कदम माना जा रहा है. हालांकि, अधिग्रहण जैसे मामलों में कंपनी के फाइनेंशियल्स पर बड़ा असर पड़ता है, जिसके चलते निवेशकों में थोड़ी उलझन है, इसी के चलते बुधवार को Tata Motors के शेयरों में 4% की गिरावट आई थी. हालांकि, आज Tata Motors Share Price 0.58% की तेजी के साथ 672 रुपये पर ट्रेड कर रहा था.