Last Updated on July 31, 2025 12:20, PM by Pawan
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 25 फीसदी टैरिफ का असर इंडिया के उन सेक्टर्स पर ज्यादा पड़ेगा, जिनमें लेबर का ज्यादा इस्तेमाल होता है। अच्छी बात यह है कि इंडिया से 25 अरब डॉलर से ज्यादा के फॉर्मास्युटिकल्स और स्मार्टफोंस के एक्सपोर्ट पर इसका असर नहीं पड़ेगा। इसकी वजह यह है कि ये दोनों एग्जेम्प्शन लिस्ट में शामिल हैं। इसका मतलब है कि दोनों ऐसे आइटम्स वाली लिस्ट में शामिल हैं, जो टैरिफ के दायरे से बाहर हैं।
इंडिया से अमेरिका को कुल एक्सपोर्ट में दवाओं और इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स (ज्यादातर स्मार्टफोंस) की हिस्सेदारी 29 फीसदी है। FY25 में इंडिया ने अमेरिका को 10.5 अरब डॉलर मूल्य के दवाओं का एक्सपोर्ट किया, जबकि 14.6 अरब डॉलर मूल्य के इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट्स का निर्यात किया। ट्रंप ने फिलहाल फार्मास्युटिकल्स और कुछ खास इलेक्ट्ऱॉनिक प्रोडक्ट्स को रेसिप्रोकल टैरिफ के दायरे से बाहर रखा है। इनमें स्मार्टफोंस और लैपटॉप जैसी चीजें शामिल हैं।
फार्मा और इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स के रेसिप्रोकल टैरिफ के दायरे से बाहर होना इंडिया के लिए पॉजिटिव है। इसकी वजह यह है कि जनवरी 2025 से ही इंडिया से स्मार्टफोंस के कुल एक्सपोर्ट में अमेरिका की हिस्सेदारी बढ़ रही थी। दरअसल स्मार्टफोंस के एक्सपोर्ट पर अमेरिका में कोई ड्यूटी नहीं लगती है। इस साल जनवरी से जून के बीच इंडिया से गुड्स के कुल एक्सपोर्ट में अमेरिकी की हिस्सेदारी 20 फीसदी से ज्यादा बढ़ी है। इससे पहले यह ग्रोथ 17-18 फीसदी थी।
इंडियन एक्सपोर्ट्स को अगस्त से टैरिफ बढ़ने की आशंका थी। इस डर से उन्होंने पिछले कुछ महीनों में इंपोर्ट बढ़ाया था। अप्रैल से ही अमेरिकी की तरफ से लगाए गए 10 फीसदी की बेसलाइन ड्यूटी से दवाओं और स्मार्टफोंस को छूट हासिल थी। FY26 की पहली तिमाही में इंडिया के कुल एक्सपोर्ट्स में अमेरिकी की हिस्सेदारी करीब 23 फीसदी रही। यह तब है जब जून तिमाही में इंडिया के एक्सपोर्ट की ग्रोथ 2 फीसदी से कम रही। यह जानकारी कॉमर्स मिनिस्ट्री के डेटा पर आधारित हैं।
हालांकि, ड्रग्स और स्मार्टफोंस के एक्सपोर्ट के लिए भी रिस्क बना हुआ है। ट्रंप ने विदेश में बनी दवाओं पर 200 फीसदी तक टैरिफ लगाने की धमकी दी है। अमेरिकी सरकार स्मार्टफोंस को टैरिफ से मिल रही छूट को भी किसी वक्त खत्म करने का ऐलान कर सकती है। अमेरिका को 4.09 अरब डॉलर का पेट्रोलियम एक्सपोर्ट भी अभी ट्रंप के नए टैरिफ से सुरक्षित है। इसकी वजह यह है कि एगजेम्प्शन लिस्ट में एनर्जी भी शामिल है।
यह ध्यान में रखना होगा कि इंडिया सबसे ज्यादा एक्सपोर्ट अमेरिका को करता है। इंडिया जिन देशों से सबसे ज्यादा इंपोर्ट करता है, उनमें अमेरिका चौथे पायदान पर है। इस साल जून तिमाही में इंडिया ने अमेरिका को 25.52 अरब डॉलर का एक्सपोर्ट किया, जो एक साल पहले के मुकाबले करीब 23 फीसदी ज्यादा है। ट्रंप के टैरिफ लगाने के बाद भी दोनों देशों के बीच डील की संभावना बनी हुई है। अगस्त के आखिर में एक अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल बातचीत के लिए इंडिया आने वाला है।