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22-23 जुलाई को बाजार में तेज मूवमेंट दिख सकता है: जानें सपोर्ट और रेजिस्टेंस के अहम लेवल; 5 बड़े फैक्टर्स जो तय कर सकते हैं बाजार की चाल

22-23 जुलाई को बाजार में तेज मूवमेंट दिख सकता है:  जानें सपोर्ट और रेजिस्टेंस के अहम लेवल; 5 बड़े फैक्टर्स जो तय कर सकते हैं बाजार की चाल

Last Updated on July 20, 2025 17:56, PM by

 

मुंबई4 मिनट पहले

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हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन 18 जुलाई को सेंसेक्स 502 अंक गिरकर 81,758 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी में 143 अंक की गिरावट रही, ये 24,968 के स्तर पर बंद हुआ।

शेयर बाजार के लिए 21 से 25 जुलाई 2025 का हफ्ता काफी उतार-चढ़ाव भरा हो सकता है। वेल्थव्यू एनालिटिक्स के डायरेक्टर हर्षुभ शाह के मुताबिक- 22-23 जुलाई को तेज इंट्राडे मूवमेंट दिख सकता है। वहीं 24-25 जुलाई पोजिशनल ट्रेडर्स के लिए खास हैं।

 

इसके अलावा भारत-अमेरिका की ट्रेड डील, पहली तिमाही के कंपनियों के नतीजे से लेकर विदेशी निवेशकों की खरीद-बिक्री और टेक्निकल फैक्टर्स बाजार की चाल तय करेंगे।

चलिए समझते हैं कि इस हफ्ते बाजार में क्या हो सकता है…

इस हफ्ते निफ्टी के अहम लेवल

सपोर्ट जोन: 24,978 / 24,850 / 24,676 / 24,538 / 24,450

सपोर्ट यानी, वह स्तर जहां शेयर या इंडेक्स को नीचे गिरने से सहारा मिलता है। यहां खरीदारी बढ़ने से कीमत आसानी से नीचे नहीं जाती। इन स्तरों पर खरीदारी का मौका मिल सकता है।

रेजिस्टेंस जोन: 25,080 / 25,147 / 25,320 / 25,434 / 25,566 / 25,600

रेजिस्टेंस यानी, वह स्तर जहां शेयर या इंडेक्स को ऊपर जाने में रुकावट आती है। ऐसा बिकवाली बढ़ने से होता है। अगर निफ्टी रजिस्टेंस जोन को पार करता है, तो नई तेजी आ सकती है।

शेयर बाजार के लिए दो अहम तारीखें

  • 22-23 जुलाई: बाजार में तेज इंट्राडे हलचल की उम्मीद। शॉर्ट-टर्म और स्कैल्पिंग ट्रेड्स के लिए बढ़िया मौका।
  • 24-25 जुलाई: पोजिशनल ट्रेडर्स के लिए अहम समय, क्योंकि बाजार में टॉप या बॉटम बन सकता है।

पिछले हफ्ते का रिव्यू: 15-19 जुलाई

हर्षुभ शाह ने कहा- हमने अपनी पिछली रिपोर्ट में 15 जुलाई को अहम दिन बताया था और वाकई ये दिन बाजार के लिए बहुत महत्वपूर्ण रहा। 19 जुलाई को जब 15 जुलाई का लो लेवल टूटा, तो निफ्टी में तेज गिरावट दिखी। 15 जुलाई का हाई लेवल भी खास रहा- 16 जुलाई को बाजार ने इस लेवल को तोड़ने की कोशिश की। इसके बाद और बिकवाली हुई।

अब 5 फैक्टर्स जो बाजार की दिशा तय कर सकते हैं…

1. कंपनियों के नतीजे: इस हफ्ते 286 कंपनियां जून तिमाही के नतीजे घोषित करेंगी। निफ्टी में शामिल कंपनियों में से आइशर मोटर्स, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, डॉ. रेड्डीज, इन्फोसिस, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, नेस्ले इंडिया, SBI लाइफ इंश्योरेंस, सिप्ला और कोटक महिंद्रा बैंक के नतीजे आने वाले हैं।

इसके अलावा, कुछ और चर्चित कंपनियां जैसे वन 97 कम्युनिकेशंस (पेटीएम), इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन, यूनाइटेड ब्रुअरीज, जी एंटरटेनमेंट और बजाज हाउसिंग फाइनेंस भी अपने नतीजे जारी करेंगी।

शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज और JSW स्टील के नतीजों का असर भी इस हफ्ते बाजार पर दिखेगा। साथ ही, शनिवार को HDFC बैंक, ICICI बैंक, यस बैंक और रिलायंस पावर के आए नतीजों की वजह से सोमवार को बाजार खुलने पर इन शेयरों पर सबकी नजर रहेगी।

2. भारत-अमेरिका ट्रेड डील: भारत और अमेरिका ने वॉशिंगटन में प्रस्तावित बाइलेटरल ट्रेड एग्रीमेंट (BTA) के लिए पांचवें दौर की बातचीत पूरी कर ली है। 14 से 17 जुलाई तक चली चार दिन की इस चर्चा का नेतृत्व भारत के चीफ नेगोशिएटर और वाणिज्य मंत्रालय के स्पेशल सेक्रेटरी राजेश अग्रवाल ने किया।

ये दौर खास इसलिए है, क्योंकि दोनों देश 1 अगस्त से पहले एक अंतरिम ट्रेड डील को अंतिम रूप देने की कोशिश में हैं। ये तारीख इसलिए अहम है, क्योंकि इस दिन ट्रम्प-युग के टैरिफ्स का सस्पेंशन पीरियड खत्म हो रहा है, जिन्होंने भारत समेत कई देशों के आयात पर 26% तक की अतिरिक्त ड्यूटी लगाई थी।

3. विदेशी और घरेलू निवेशक: आने वाले हफ्ते में बाजार की दिशा काफी हद तक विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) के रुख पर निर्भर करेगी। शुक्रवार को FII ने 374.74 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे, यानी वे नेट बायर्स रहे। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशक (DII) भी नेट बायर्स रहे और उन्होंने 2,103.51 करोड़ रुपए की खरीदारी की।

4. टेक्निकल फैक्टर्स: आसित सी. मेहता इनवेस्टमेंट इंटरमीडिएट्स के AVP (टेक्निकल एंड डेरिवेटिव रिसर्च) हृषिकेश येडवे ने बताया कि निफ्टी ने डेली चार्ट पर अपने 34-दिन के एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (34-DEMA) को तोड़ दिया है और एक रेड कैंडल बनाया, जो कमजोरी का संकेत है।

हालांकि, निफ्टी 50-DEMA के ऊपर टिका हुआ है, जो अभी 24,930 के आसपास है। अगर ये लेवल टूटता है, तो निफ्टी 24,750-24,500 की रेंज तक नीचे जा सकता है। दूसरी तरफ, अगर निफ्टी 24,930 के ऊपर टिकता है, तो 25,200-25,250 तक रिकवरी की उम्मीद बन सकती है।

वहीं रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के SVP (रिसर्च) अजीत मिश्रा के मुताबिक, कमजोर तिमाही नतीजों और वैश्विक अनिश्चितताओं की वजह से बाजार इंडेक्स निकट भविष्य में थोड़े दबाव के साथ रेंज में रह सकते हैं।

उन्होंने कहा, “निफ्टी पिछले हफ्ते 25,000 के अहम मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुआ, जो सतर्कता का संकेत देता है। अगर निफ्टी 24,900 के सपोर्ट लेवल को तोड़ता है, तो इसमें और गिरावट की आशंका है। ऐसा हुआ तो आने वाले सेशंस में ये 24,450-24,700 की रेंज तक जा सकता है।

ऊपरी तरफ, 20-दिन का EMA अभी शॉर्ट-टर्म रुकावट का काम कर रहा है। ये 25,250 के आसपास रिकवरी को रोक सकता है। तेजी के लिए इस लेवल को मजबूती से पार करना जरूरी है। जब तक ऐसा नहीं होता, बाजार का ओवरऑल ट्रेंड दबाव में रहने की उम्मीद है।”

5. आर्थिक आंकड़े: आर्थिक मोर्चे पर, भारत के इन्फ्रास्ट्रक्चर आउटपुट और HSBC फ्लैश PMI के आंकड़े (मैन्युफैक्चरिंग, सर्विसेज और कम्पोजिट सेक्टर) पर निवेशकों की खास नजर रहेगी।

मेनबोर्ड सेगमेंट में चार नए IPO सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेंगे

इंडीक्यूब स्पेसेस इश्यू बुधवार, 23 जुलाई को खुलेगा। उसी दिन GNG इलेक्ट्रॉनिक्स का IPO भी लॉन्च होगा। ब्रिगेड होटल वेंचर्स का IPO 24 जुलाई को खुलेग। शांति गोल्ड इंटरनेशनल का IPO 25 जुलाई को खुलेगा।

शुक्रवार को 502 अंक गिरकर बंद हुआ था बाजार

हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन18 जुलाई को सेंसेक्स 502 अंक गिरकर 81,758 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी में 143 अंक की गिरावट रही, ये 24,968 के स्तर पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 23 में गिरावट और 7 में तेजी रही। एक्सिस बैंक का शेयर 5.25% नीचे बंद हुआ। BEL, कोटक बैंक और HDFC बैंक के शेयर में भी 2.5% गिरावट रही। वहीं, बजाज फाइनेंस और टाटा स्टील के शेयर 2% तक चढ़े।

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