Last Updated on July 20, 2025 14:59, PM by
Oswal Energies IPO: गुजरात की कंपनी ओसवाल एनर्जीज ने अपने IPO के लिए कैपिटल मार्केट रेगुलेटर SEBI के पास ड्राफ्ट जमा कर दिया है। यह एक EPC यानि इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन बेसिस पर काम करने वाली कंपनी है। इसका मतलब है ऐसी कंपनी, जो किसी प्रोजेक्ट में डिजाइन और इंजीनियरिंग से लेकर मैटेरियल्स की खरीद और कंस्ट्रक्शन तक सब कुछ मैनेज करती है। इसके अलावा यह प्रोसेस इक्विपमेंट और पैकेजेस की मैन्युफैक्चरर भी है।
ओसवाल एनर्जीज के IPO में 250 करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयर जारी होंगे। साथ ही बोकाडिया परिवार की ओर से 46 लाख शेयरों को ऑफर फॉर सेल में बिक्री के लिए रखा जाएगा। इस इश्यू के लिए मोनार्क नेटवर्थ कैपिटल को मर्चेंट बैंकर नियुक्त किया गया है। ओसवाल एनर्जीज का पुराना नाम ओसवाल इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड था। इसकी शुरुआत 2011-12 में हुई।
IPO के पैसों का कैसे करेगी इस्तेमाल
ओसवाल एनर्जीज अपने IPO में नए शेयरों को जारी कर हासिल होने वाले पैसों में से 177.1 करोड़ रुपये का इस्तेमाल लॉन्ग टर्म वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने के लिए करेगी। बाकी पैसे सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए रहेंगे। मार्च 2025 के अंत तक कंपनी के प्रोजेक्ट डिवीजन के तहत 720.5 करोड़ रुपये के 4 चालू EPC प्रोजेक्ट और हैवी इंजीनियरिंग डिवीजन के तहत 115.3 करोड़ रुपये के 3 चालू कॉन्ट्रैक्ट थे।
Oswal Energies की वित्तीय स्थिति
कंपनी ने पिछले वित्तीय वर्षों में अच्छे नतीजे दर्ज किए हैं। वित्त वर्ष 2025 में कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर 118.8 प्रतिशत बढ़कर 65.8 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले यह 30 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2025 के दौरान रेवेन्यू 60.5 प्रतिशत बढ़कर 410.9 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2024 में यह 256 करोड़ रुपये था।
Snapdeal IPO का भी ड्राफ्ट जमा
ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस स्नैपडील की पेरेंट कंपनी ऐसवेक्टर ने अपने IPO के लिए कैपिटल मार्केट रेगुलेटर SEBI के पास ड्राफ्ट जमा कर दिया है। ड्राफ्ट को कॉन्फिडेंशियल रूट से फाइल किया गया है। शनिवार को एक सार्वजनिक घोषणा में, ऐसवेक्टर ने कहा कि उसने SEBIऔर स्टॉक एक्सचेंजों के पास अपने IPO के लिए प्री-फाइल्ड ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस जमा कर दिया है। स्नैपडील के पब्लिक इश्यू से 500 करोड़ रुपये तक जुटाए जा सकते हैं।