Last Updated on July 15, 2025 10:43, AM by
Glen Industries IPO Listing: फूड कंटेनर और स्ट्रॉ बनाने वाली ग्लेन इंडस्ट्रीज के शेयरों की आज BSE के SME प्लेटफॉर्म पर धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 260 गुना से अधिक बोली मिली थी लेकिन एंप्लॉयीज का हिस्सा पूरा नहीं भर पाया था। आईपीओ के तहत ₹97 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी ₹157 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 61.86% का लिस्टिंग गेन (Glen Industries Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर यह ₹164.85 (Glen Industries Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया यानी कि आईपीओ निवेशक अब 69.95% मुनाफे में हैं। एंप्लॉयीज अधिक फायदे में हैं क्योंकि उन्हें हर शेयर ₹5 के डिस्काउंट पर मिला है।
Glen Industries IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
ग्लेन इंडस्ट्रीज का ₹63.02 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 8-10 जुलाई तक खुला था। एंप्लॉयीज को छोड़ हर कैटेगरी के निवेशकों से इस आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 260.28 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 192.46 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 476.25 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 225.15 गुना और एंप्लॉयीज का हिस्सा 0.36 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत ₹10 की फेस वैल्यू वाले 64,96,800 नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹47.73 करोड़ नई मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी के सेटअप और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
Glen Industries के बारे में
वर्ष 2007 में बनी ग्लेन इंडस्ट्रीज इको-फ्रेंडली फूड पैकेजिंग और सर्विसेज प्रोडक्ट्स बनाने के कारोबार में है। यह पतला फूड कंटेनर्स और कंपोस्ट लायक स्ट्रॉ बनाती है। इसके प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल होटल, रेस्टोरेंट्स, कैफे, बेवरेज और फूड पैकेजिंग इंडस्ट्री में होता है। इसके प्रोडक्ट्स का निर्यात स्थानीय जरूरतों के मुताबिक यूरोप, यूएसए, ऑस्ट्रेलिया, मिडिल ईस्ट और अफ्रीका को भी होता है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹1.49 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में उछलकर ₹8.58 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹18.27 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 19% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹171.28 करोड़ पर पहुंच गया।
