Last Updated on July 13, 2025 16:56, PM by
आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने रविवार, 13 जुलाई को BITS पिलानी के लिए एक बड़े एक्सपेंशन प्लान से पर्दा उठाया। इसका उद्देश्य इंस्टीट्यूट की क्षमता बढ़ाना, आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस को अपनाना और एडटेक क्षेत्र में प्रवेश करना है। BITS यानि बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस। इसका मेन कैंपस राजस्थान के पिलानी में है। कुमार मंगलम बिड़ला इस इंस्टीट्यूट के चांसलर यानि कुलाधिपति भी हैं।
एक्सपेंशन प्लान के तहत अमरावती में एक नया AI+ कैंपस खोलना, मौजूदा कैंपसेज का अपग्रेडेशन और एक फुल फ्लेज्ड एडटेक प्लेटफॉर्म ‘बिट्स पिलानी डिजिटल’ लॉन्च करना शामिल है। इन सभी पहलों में कुल मिलाकर ₹2,200 करोड़ से अधिक का निवेश शामिल होगा। बिड़ला का कहना है कि ये पहलें भारत की राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के अनुरूप हैं। इनका उद्देश्य शिक्षा को अधिक इंक्लूसिव, स्केलेबल और वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी बनाना है।
कैंपसेज के एक्सपेंशन पर कितना निवेश
इंस्टीट्यूट के हैदराबाद और गोवा कैंपस के आधुनिकीकरण और विस्तार में ₹1,200 करोड़ से ज्यादा का निवेश किया जाएगा। इसके तहत नए एकेडेमिक और रिसर्च ब्लॉक, हॉस्टल और फैकल्टी एड किए जाएंगे। लक्ष्य अगले 5 साल में छात्रों की कुल संख्या को 18,700 से बढ़ाकर 26,000 करना है। इसके अलावा आंध्र प्रदेश के अमरावती में ₹1,000 करोड़ की लागत वाले AI+ कैंपस को शुरू किया जाएगा। यह AI, डेटा साइंस, रोबोटिक्स, कम्प्यूटेशनल भाषा विज्ञान और साइबर-फिजिकल सिस्टम्स में विशेषज्ञता वाला कैंपस होगा।
कैंपस की कैपेसिटी 7,000 से ज्यादा छात्रों की होगी। यहां वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त अंडर ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट और पीएचडी प्रोग्राम्स, इंडस्ट्री इंटर्नशिप की पेशकश की जाएगी। साथ ही टॉप ग्लोबल यूनिवर्सिटीज के साथ जॉइंट डिग्री कोर्सेज भी रहेंगे।
बिट्स पिलानी डिजिटल पर क्या प्लान
यह एक फुल स्केल एडटेक प्लेटफॉर्म है। इसका मकसद है 5 साल में 1 लाख से ज्यादा लर्नर्स तक पहुंचना। यह प्लेटफॉर्म 32 प्रोग्राम्स की पेशकश करेगा, जिनमें 11 डिग्री कोर्स और 21 सर्टिफिकेट कोर्स शामिल हैं। BITS पिलानी की शुरुआत कुमार मंगलम बिड़ला के परदादा घनश्याम दास बिड़ला उर्फ जीडी बिड़ला ने की थी। इस इंस्टीट्यूट के कैंपस पिलानी, गोवा, हैदराबाद, मुंबई और दुबई में हैं। बिड़ला फैमिली, पिलानी से ही है।