Last Updated on July 10, 2025 14:58, PM by
Share Market Down: भारतीय शेयर बाजारों में आज 10 जुलाई को लगातार दूसरे दिन गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। खासतौर से आईटी कंपनियों के शेयरों पर तिमाही नतीजों का सीजन शुरू होने के चलते दबाव देखने को मिला। सुबह 11 बजे के करीब, सेंसेक्स 298.60 अंक या 0.36 फीसदी गिरकर 83,237.48 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। वहीं निफ्टी 95.05 अंक या 0.37 फीसदी लुढ़ककर 25,381.05 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।
निफ्टी पर भारती एयरटेल, टेक महिंद्रा, सन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज, कोल इंडिया और सिप्ला जैसे शेयरों में 2 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली।
शेयर बाजार में आज की गिरावट के पीछे 4 प्रमुख कारण रहे-
1) अर्निंग सीजन की शुरुआत
देश की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) आज अपनी जून तिमाही के नतीजों को जारी करके अर्निंग्स सीजन की शुरुआत करने जा रही है। IT सेक्टर फिलहाल कई चुनौतियों का सामना कर रहा है। इसमें ग्लोबल लेवल पर मांग में कमजोरी, ट्रेड टेंशन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के असर से जुड़ी चिंता शामिल है। TCS के नतीजों से पहले Nifty IT इंडेक्स में आज कारोबार के दौरान 1% तक की गिरावट देखने को मिली।
मेहता इक्विटीज के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च) प्रशांत तापसे ने बताया, “बाजार की दिशा फिलहाल दो बड़े ट्रिगर्स से तय हो रही है। टैरिफ को लेकर आशंकाएं और TCS का Q1 रिजल्ट, जो आज 10 जुलाई को बाजार बंद होने के बाद आएगा।””
2) ट्रेड डील से जुड़ी चिंताएं
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर अनिश्चितता के चलते भी निवेशकों का रुख सतर्क बना हुआ है। भले ही अमेरिका की ट्रंप सरकार ने अब तक भारत को नई टैरिफ लिस्ट में शामिल नहीं किया है, लेकिन भविष्य में संभावित कार्रवाई की आशंका ने बाजार के सेंटीमेंट पर असर डाला है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट वीके विजयकुमार ने कहा, “बाजार पिछले एक महीने से एक सीमित दायरे में ही बना हुआ है, और इसमें 25,500 के पार कोई बड़ा ब्रेकआउट तभी संभव है जब भारत-अमेरिका ट्रेड डील को लेकर कोई पॉजिटिव खबर सामने आए। हालांकि, केवल ट्रेड डील की खबर से लंबी अवधि की रैली को टिकाए रखना मुश्किल होगा।”
3) कमजोर ग्लोबल संकेत
विदेशी बाजारों से कमजोर संकेतों ने भी आज भारतीय बाजार की चाल को प्रभावित किया। एशियाई बाजारों में मिला-जुला रुख रहा। जापान का निक्केई 225 इंडेक्स 1% तक गिरकर कारोबार कर रहा था। इस बीच वाल स्ट्रीट फ्यूचर्स भी लाल निशान में कारोबार करते नजर आए, जिससे अमेरिकी स्टॉक मार्केट के कमजोर शुरुआत के संकेत मिले।
4) फार्मा शेयरों पर दबाव
फार्मा शेयरों पर भी आज बिकवाली का दबाव देखा गया। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फार्मास्युटिकल प्रोडक्ट्स पर 200% टैरिफ लगाने की चेतावनी दी। यह टैक्स एक साल की ग्रेस पीरियड के बाद लागू हो सकता है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह कदम ग्लोबल सप्लाई चेन को बाधित कर सकता है और भारत को बड़ा झटका दे सकता है, जो अमेरिका को जेनेरिक दवाएं सप्लाई करने वाले सबसे बड़े एक्सपोर्टरों में से एक है।
एक्सपर्ट्स का क्या है कहना?
जियोजित फाइनेंशियल इनवेस्टमेंट् के चीफ मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट आनंद जेम्स के मुताबिक, निफ्टी पिछले कुछ समय से सख्त रेंज में ट्रेड कर रहा है और अब यह एक संभावित ब्रेकआउट की ओर बढ़ सकता है। उनका कहना है कि, “15-मिनट के चार्ट पर एक ‘डिसेंडिंग ब्रॉडनिंग वेज’ ब्रेकआउट बनता दिख रहा है, जो ऊपर की ओर मूव की उम्मीद को सपोर्ट करता है।”
उन्होंने आगे कहा, “25,588 से 25,650 का जोन बेहद अहम रहेगा। अगर यह स्तर पार होता है, तो निफ्टी 25,730 से 25,850 और मजबूत मोमेंटम में 26,200 तक भी जा सकता है। वहीं नीचे की ओर 25,440 एक अहम सपोर्ट स्तर है, जिसके नीचे फिसलने पर निफ्टी 25,300 से लेकर 24,920 तक जा सकता है।