Last Updated on July 6, 2025 16:14, PM by
SIP Calculator: अगर आप शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं, लेकिन बड़ी रकम के साथ जोखिम लेने से बचना चाहते हैं, तो म्यूचुअल फंड आपके लिए सबसे बेहतर विकल्प हो सकते हैं। म्यूचुअल फंड्स के जरिए सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) ऐसा रास्ता है, जिससे छोटी-छोटी रकम निवेश करके बड़ा फंड तैयार किया जा सकता है। इसका असली फायदा तब दिखता है जब वक्त के साथ चक्रवृद्धि (compounding) का असर जुड़ता है।
हालांकि, बाजार में मुनाफे की असली ताकत चक्रवृद्धि यानी कंपाउंडिंग (Compounding) से आती है। फाइनेंशियल एक्सपर्ट का मानना है कि शेयर बाजार में लंबी अवधि के निवेश से रिटर्न बेहतर होता है। जैसा कि मशहूर साइंटिस्ट अल्बर्ट आइंस्टीन ने कहा था, ‘चक्रवृद्धि ब्याज दुनिया का आठवां अजूबा है। जो इसे समझता है, वह कमाता है… और जो नहीं समझता, वह उसका नुकसान उठाता है।’
₹5,000 की SIP से कितना बड़ा फंड बनेगा?
अगर आप हर महीने ₹5,000 की SIP करते हैं और औसतन 12% सालाना रिटर्न मानें, तो यह निवेश कैसे बढ़ता है, इसे नीचे टेबल में विस्तार से समझा जा सकता है।
| निवेश अवधि | कुल निवेश | अनुमानित वैल्यू @12% रिटर्न | कुल लाभ |
| 5 साल | ₹3 लाख | ₹4.06 लाख | ₹1.06 लाख |
| 10 साल | ₹6 लाख | ₹11.61 लाख | ₹5.61 लाख |
| 15 साल | ₹9 लाख | ₹22.93 लाख | ₹13.93 लाख |
कैसे काम करता है चक्रवृद्धि ब्याज?
कंपाउडिंग यानी चक्रवृद्धि ब्याज का मतलब है कि SIP में हर महीने की गई रकम पर अगले महीने रिटर्न जुड़ता है, और फिर उस रिटर्न पर भी अगली बार रिटर्न मिलता है, यही चक्रवृद्धि (compounding) है। यही वजह है कि 15 साल की SIP का फायदा, 5 या 10 साल के मुकाबले कई गुना ज्यादा होता है, जो कंपाउडिंग की असल ताकत को दिखाता है।
निवेशकों के लिए क्या है बड़ी सीख?
- जितनी जल्दी निवेश शुरू करेंगे, उतना ज्यादा compounding का फायदा मिलेगा।
- SIP की ताकत तभी दिखती है जब आप गिरते बाजार में भी निवेश जारी रखें।
- SIP एक शॉर्ट टर्म स्कीम नहीं है। इसमें समय और धैयर्स सबसे बड़ा मित्र है।
- 12% रिटर्न सिर्फ औसत अनुमान है। असली रिटर्न फंड के प्रदर्शन और बाजार की चाल पर निर्भर करेगा।