Last Updated on July 6, 2025 11:51, AM by
India’s Most Valued Companies: पिछले हफ्ते भारतीय बाजारों में उतार-चढ़ाव रहा। कुछ कंपनियों को नुकसान हुआ तो कुछ को फायदा। बाजार में अभी भी अनिश्चितता का माहौल है।
बीएसई सेंसेक्स में 626.01 पॉइंट्स यानी 0.74 प्रतिशत की गिरावट आई। इसकी वजह थी विदेशी निवेशकों (FPI) द्वारा लगातार पैसा निकालना और 9 जुलाई को होने वाली अमेरिकी टैरिफ वार्ता को लेकर चिंता। शुक्रवार को बाजार थोड़ा संभला, लेकिन ज्यादातर समय बाजार में गिरावट रही।
किस कंपनी को कितना नुकसान?
- HDFC बैंक को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 19,284.8 करोड़ रुपये घटकर 15,25,339.72 करोड़ रुपये रह गया।
- ICICI बैंक को भी बड़ा नुकसान हुआ। इसकी वैल्यू 13,566.92 करोड़ रुपये घटकर 10,29,470.57 करोड़ रुपये हो गई।
- बजाज फाइनेंस को भी 13,236.44 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। अब इसका मार्केट कैप 5,74,977.11 करोड़ रुपये रह गया है।
- एलआईसी की वैल्यू 10,246.49 करोड़ रुपये घट गई। अब यह 5,95,277.16 करोड़ रुपये पर आ गई है।
- टीसीएस को भी 8,032.15 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। इसकी वैल्यू अब 12,37,729.65 करोड़ रुपये है।
- भारती एयरटेल का मार्केट कैप 5,958.7 करोड़ रुपये घटकर 11,50,371.24 करोड़ रुपये रह गया।
ये कंपनियां रहीं फायदे में
टॉप 10 में से चार कंपनियों को फायदा भी हुआ। मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज अभी भी भारत की सबसे वैल्यूएबल कंपनी है। इसका मार्केट कैप 15,359.36 करोड़ रुपये बढ़कर 20,66,949.87 करोड़ रुपये हो गया। इंफोसिस ने 13,127.51 करोड़ रुपये जोड़े और इसकी वैल्यू 6,81,383.80 करोड़ रुपये हो गई। वहीं हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को भी क्रमशः 7,906.37 करोड़ रुपये और 5,756.38 करोड़ रुपये का फायदा हुआ।
क्या है निवेशकों के दिल में?
जियोजित फाइनेंशियल सविसेज के हेड ऑफ रिसर्च, विनोद नायर ने कहा कि निवेशक ‘वेट-एंड-वॉच’ की रणनीति अपना रहे हैं। मतलब, वे ग्लोबल संकेतों और टैरिफ से जुड़ी अनिश्चितता को देखते हुए इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने एएनआई को बताया कि विदेशी निवेशक पैसा निकाल रहे हैं क्योंकि वे रिस्क नहीं लेना चाहते, जबकि घरेलू निवेशक थोड़ा सपोर्ट कर रहे हैं।
