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विदेशी निवेशकों की धमाकेदार वापसी, जून के आखिरी हफ्ते में कर डाला ₹13,107 करोड़ का निवेश | Zee Business

विदेशी निवेशकों की धमाकेदार वापसी, जून के आखिरी हफ्ते में कर डाला ₹13,107 करोड़ का निवेश | Zee Business

Last Updated on June 29, 2025 11:41, AM by

FIIs Buying: भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों की रुचि एक बार फिर मजबूत होती दिखाई दे रही है. जून 2025 के अंतिम सप्ताह में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने भारतीय बाजारों में जोरदार निवेश करते हुए कुल ₹13,107.54 करोड़ का नेट इनफ्लो किया है. यह आंकड़े नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) द्वारा जारी किए गए हैं.

सेंटिमेंट का दिखा असर

एफपीआई निवेश खासतौर पर सोमवार और शुक्रवार को उच्चतम स्तर पर रहा, जो इस बात का संकेत है कि विदेशी निवेशक भारतीय इक्विटी मार्केट को लेकर फिर से सकारात्मक हो रहे हैं. यह निवेश ऐसे समय पर आया है जब अंतरराष्ट्रीय मोर्चे पर अमेरिका, ईरान और इज़रायल के बीच जारी तनाव में थोड़ी नरमी देखने को मिली है. इससे वैश्विक निवेश सेंटिमेंट पर राहत का असर पड़ा और भारत जैसे उभरते बाजारों में निवेश की वापसी होने लगी.

पहले कैसा रहा था एफपीआई का रुख

अगर पूरे साल की बात करें तो मई 2025 अब तक का सबसे मजबूत महीना रहा, जब एफपीआई ने ₹19,860 करोड़ का निवेश किया. इसके मुकाबले मार्च में उन्होंने ₹3,973 करोड़ के शेयर बेचे थे, जबकि जनवरी और फरवरी में भारी बिकवाली दर्ज की गई थी. क्रमशः ₹78,027 करोड़ और ₹34,574 करोड़. इस पृष्ठभूमि में जून के आखिरी हफ्ते का यह निवेश एक बड़ा पॉजिटिव बदलाव माना जा रहा है.

घरेलू कारकों की भी अहम भूमिका

सिर्फ अंतरराष्ट्रीय कारण ही नहीं, घरेलू आर्थिक स्थितियों ने भी इस निवेश को आकर्षित करने में भूमिका निभाई है. हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने मौद्रिक नीति में ब्याज दरों में 50 बेसिस पॉइंट की कटौती की है. इससे कर्ज सस्ता होगा, निवेश और खर्च को बढ़ावा मिलेगा और आर्थिक ग्रोथ की रफ्तार तेज होने की उम्मीद है. साथ ही, महंगाई दर फिलहाल नियंत्रण में है, जिससे निवेशकों को भारत में स्थिरता और संभावनाएं नजर आ रही हैं.

अगर ग्लोबल जियोपॉलिटिकल हालात स्थिर रहते हैं और घरेलू नीतिगत समर्थन जारी रहता है, तो आने वाले महीनों में एफपीआई निवेश में और तेजी देखने को मिल सकती है. इससे भारतीय बाजारों को दीर्घकालिक मजबूती मिल सकती है और सेक्टोरल ग्रोथ में भी तेजी आ सकती है.



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