Last Updated on June 20, 2025 16:01, PM by
Share Market Rally: लगातार तीन दिनों की गिरावट के बाद भारतीय शेयर बाजारों मेंआज 20 जून को जोरदार तेजी देखने को मिली। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों करीब 1 प्रतिशत तक उछल गए। एशियाई बाजारों से मजबूत संकेत और भूराजनीतिक तनाव में राहत की उम्मीद के चलते बाजार में चौतरफा खरीदारी देखने को मिली। सेंसेक्स 824.5 अंक उछलकर 82,186.37 के उच्चतम स्तर तक पहुंच गया। वहीं निफ्टी 247.2 अंक चढ़कर 25,040 के पार निकल गया।
सेंसेक्स के टॉप गेनर्स में महिंद्रा एंड महिंद्रा, आयशर मोटर्स, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फिनसर्व और मारुति सुजुकी जैसे दिग्गज स्टॉक्स शामिल रहे। आखिर शेयर बाजार में यह तेजी क्यों आई? जानिए इसके 8 बड़े कारण
1. एशियाई बाजारों से मिले मजबूत संकेत
भारतीय शेयर बाजार में कारोबार शुरू होने से पहले आज एशियाई शेयरों में मजबूती देखी गई। जापान का निक्केई 225 इंडेक्स, साउथ कोरिया का कोस्पी इंडेक्स, हांगकांग केाहैंगसेंग और चीन का शंघाई कंपोजिट इंडेक्स सभी हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। इससे भारतीय बाजारों को भी सपोर्ट मिला और निवेशकों का भरोसा बढ़ा।
2. विदेशी निवेशकों की जोरदार खरीदारी
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने गुरुवार को भारतीय शेयरों में 934.62 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की। वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने भी 605.97 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। इन बड़े निवेशकों की खरीदारी जारी रहने से बाजार में मजबूती का माहौल बना।
3. कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट
अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड का भाव शुक्रवार को 2.45 प्रतिशत गिरकर 76.92 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। भारत के लिए यह एक पॉजिटिव संकेत है क्योंकि देश अपनी तेल जरूरतों का लगभग तीन चौथाई हिस्सा विदेशों से आयात करता है।
4. भारतीय रुपये में मजबूती
भारतीय रुपया शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 13 पैसे मजबूत होकर 86.60 पर पहुंच गए। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और कमजोर डॉलर ने इसमें मदद की। रुपये की मजबूती से विदेशी निवेशकों का भरोसा बढ़ता है और आयात सस्ता होता है।
5. इंडिया VIX में गिरावट
शेयर बाजार की अस्थिरता का संकेत देने वाले इंडेक्स, इंडिया VIX में शुक्रवार को 4 प्रतिशत से ज्यादा गिरकर 13.66 पर आ गया। इससे पहले गुरुवार को भी इसमें गिरावट देखी गई है। इसका मतलब है कि शेयर बाजार के निवेशकों की घबराहट कम हुई है और नियर-टर्म में बाजार में स्थिरता बढ़ी है।
6. हैवीवेट शेयरों में खरीदारी
रिलायंस इंडस्ट्रीज, भारती एयरटेल और HDBC बैंक जैसे दिग्गज शेयरों में आज मजबूत खरीदारी देखने को मिली। इन ब्लूचिप स्टॉक्स का सेंसेक्स और निफ्टी में काफी अधिक वेटेज है। ऐसे में इनमें उछाल से दोनों इंडेक्सों को भी ऊपर जाने में मदद मिली।
7. PSU प्रोजेक्ट फाइनेंस कंपनियों के शेयरों में तेजी
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने प्रोजेक्ट फाइनेंसिंग नियमों को लेकर नई गाइडलाइंस जारी की है। इस गाइडलाइंस में कंस्ट्रक्शन और ऑपरेशनल चरण के दौरान पहले से कम प्रोविजनिंग की बात कही गई है, जिससे बैंकों और फाइनेंस कंपनियों को बड़ी राहत मिली है। RBI के इस कदम आज IREDA, PFC, REC, HUDCO और IRFC के शेयरों में जोरदार तेजी देखने को मिली।
8. भूराजनीतिक तनाव में राहत
निवेशकों को ईरान-इजराइल संघर्ष को लेकर तत्काल किसी बड़े तनाव की आशंका नहीं दिख रही है। व्हाइट हाउस ने कहा है कि ईरान के साथ बातचीत की संभावनाओं को देखते अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अगले दो हफ्तों में इस मामले में कोई फैसला लेगें। इससे निवेशकों ने राहत की सांस ली है।
एक्सपर्ट्स का क्या है कहना?
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट आनंद जेम्स ने कहा, “निफ्टी भले ही पिछले क्लोज के पास बना रहा, लेकिन ब्रॉडर मार्केट में बड़ा फी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। निफ्टी 500 के केवल 11 प्रतिशत शेयर ही अपने 10-दिनों के सिंपल मूविंग एवरेज (SMA) के ऊपर बंद हुए। यह एक एक्सट्रीम मूव है और इससे पुलबैक की उम्मीदें भी बढ़ी हैं।”
आनंद जेम्स ने आगे कहा, “हम 24,720–24,690 के जोन को संभावित गिरावट के लिए देख रहे हैं। अगर निफ्टी इस स्तर से नीचे फिसलता है तो रिकवरी की उम्मीदें कमजोर हो सकती हैं। हालांकि, फिलहाल 24,060 तक की सीधी गिरावट की संभावना कम है, क्योंकि 24,500 का लेवल मजबूत सपोर्ट दे सकता है।”
