Last Updated on June 2, 2025 15:53, PM by
Share Market Down: भारतीय शेयर बाजारों में सोमवार 2 जून को तेज गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में लगभग 600 अंक तक लुढ़क गया। वहीं निफ्टी लुढ़ककर 24,600 के नीचे चला गया। ग्लोबल टैरिफ को लेकर तनाव, एशियाई बाजारों से कमजोर और आईटी व मेटल शेयरों में भारी बिकवाली ने आज निवेशकों के सेंटीमेंट को हिलाकर रख दिया। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 573.69 अंक या 0.70 प्रतिशत गिरकर 80,877.32 के निचले स्तर तक पहुंच गया। वहीं निफ्टी 162.75 अंक या 0.66 प्रतिशत गिरकर 24,587.95 पर आ गया।
शेयर बाजार में आज की गिरावट के पीछे 6 बड़े कारण रहे-
1. ट्रंप की चेतावनी से मेटल स्टॉक्स पर दबाव
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 4 जून से स्टील और एल्युमिनियम पर इंपोर्ट ड्यूटी को दोगुना करके 50 प्रतिशत तक बढ़ाने की चेतावनी दी है, जिसने मेटल सेक्टर में हलचल मचा दी है। इसका असर निफ्टी मेटल इंडेक्स पर पड़ा, जो लगभग 1% तक गिर गया। JSW स्टील, हिंडाल्को और टाटा स्टील के शेयरों में 1.5% तक की गिरावट देखी गई।
2. आईटी शेयरों में कमजोरी
आईटी कंपनियों के शेयरों में आज 2 जून को तगड़ी गिरावट देखने को मिली। निफ्टी आईटी इंडेक्स करीब 1.25% तक लुढ़क गया। वहीं पर्सिस्टेंट और टेक महिंद्रा जैसे शेयरों में 4% तक की गिरावट देखी गई। आईटी कंपनियों की रेवेन्यू का एक बड़ा हिस्सा अमेरिकी बाजार से आता है। लेकिन अमेरिका में व्यापारिक तनाव और अनिश्चितता के कारण निवेशकों ने आईटी शेयरों से दूरी बनानी शुरू कर दी है।
3. बढ़ते भू-राजनीतिक जोखिम
यूक्रेन ने रूस के पांच एयरबेस पर ड्रोन हमले किए हैं, जिसने ग्लोबल बाजार में भूराजनैतिक जोखिमों को लेकर चिंता बढ़ा दी है। यूक्रेन ने रूस की सीमा के सैंकड़ो किलीमीटर अंदर तक जाकर रूसी विमानों को नष्ट किया है। इससे यह आशंका बढ़ गई है कि रूस पलटवार कर सकता है, खासकर ऐसे समय में जब दोनों देशों के बीच आज 2 मई को तुर्की में शांति वार्ता होनी है।
HDFC सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड देवर्ष वकील ने बताया, “रूस की प्रतिक्रिया युद्ध को और भड़का सकती है, जिससे निवेशकों की भावनाओं पर असर पड़ रहा है।”
रिलायंस सिक्योरिटीज के रिसर्च प्रमुख विकास जैन के अनुसार, “ग्लोबल बाजारों से मिल रहे निगेटिव संकेतों ने घरेलू बाजार में तेजी पर लगाम लगा दी है। एशियाई बाजारों और अमेरिकी फ्यूचर्स में भी दबाव देखा गया है। इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के स्टील और एल्युमीनियम पर टैरिफ को दोगुना करके 50 प्रतिशत करने के फैसले से भी ग्लोबल व्यापार में तनाव पैदा हुआ है।”
4. अमेरिका और चीन के बीच फिर से बढ़ा व्यापार तनाव
ट्रंप ने चीन पर “जिनेवा समझौते का उल्लंघन” करने का आरोप लगाया है, जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव एक बार फिर से बढ़ गया है। चीन की कॉमर्स मिनिस्ट्री ने ट्रंप के इन आरोपों को “बेबुनियाद” बताया और अपने हितों की रक्षा के लिए “कड़े कदम” उठाने की चेतावनी दी है। इससे नए टैरिफ और जवाबी कार्रवाइयों की आशंका गहराने लगी है।
5. कमजोर ग्लोबल संकेतों ने बिगाड़ा मूड
सोमवार को अधिकतर एशियाई शेयर बाजार भी लाल निशान पर थे। हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स तीन सप्ताह के निचले स्तर पर आ गया। साउथ कोरिया का कोस्पी, जापान का निक्केई और चीन का शंघाई कंपोजिट इंडेक्स भी नीचे कारोबार कर रहा था। भारतीय शेयर बाजार के शुरुआती घंटों में वॉल स्ट्रीट फ्यूचर्स में भी गिरावट देखी गई, जो ग्लोबल स्तर पर कमजोर सेंटीमेंट को दिखाता है।
6. विदेशी निवेशकों की ओर से लगातार बिकवाली
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की बिकवाली से भी शेयर बाजार पर दबाव बना है। विदेशी निवेशकों ने शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार से 6,449.74 करोड़ रुपये की निकासी की थी, जिसने मार्केट के सेंटीमेंट को और कमजोर बना दिया