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Multibagger Stock: सिर्फ 1 साल में बना दिए 1 लाख के 4.35 लाख… मुश्‍क‍िल वक्‍त में धांसू रिटर्न देने वाला यह शेयर कौन?

Multibagger Stock: सिर्फ 1 साल में बना दिए 1 लाख के 4.35 लाख… मुश्‍क‍िल वक्‍त में धांसू रिटर्न देने वाला यह शेयर कौन?

Last Updated on May 27, 2025 8:41, AM by

नई दिल्‍ली: निवेश की दुनिया में हर कोई कम समय में असाधारण रिटर्न चाहता है। लोग मल्टीबैगर स्टॉक की तलाश में रहते हैं। किटेक्स गारमेंट्स (Kitex Garments) के निवेशकों का यह सपना सच हो गया है। कंपनी के शेयरों ने बहुत कम समय में शानदार रिटर्न दिया है। जून 2024 में इसका शेयर भाव 69 रुपये था। अब यह करीब 313% बढ़कर 285 रुपये के मूल्य पर पहुंच गया है। भारतीय शेयर बाजार में 2024 की दूसरी छमाही के दौरान भारी बिकवाली के दबाव को देखते हुए यह तेजी असाधारण है। अगर किसी निवेशक ने उस अवधि के दौरान 1 लाख रुपये का निवेश किया होता और आज तक अपनी पोजिशन बनाए रखी होती तो निवेश बढ़कर करीब 4.35 लाख रुपये हो गया होता।

टेक्सटाइल शेयरों ने इस महीने निवेशकों का ध्यान खींचा है। ब्रिटेन और भारत के बीच ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर हस्ताक्षर किए गए हैं। विश्लेषकों को उम्मीद है कि इससे भारतीय टेक्सटाइल निर्यात को लाभ होगा। एफटीए के तहत टेक्सटाइल सहित 99% भारतीय निर्यात को शून्य शुल्क से लाभ होगा। भारत को पहले से ही कम श्रम लागत और प्रचुर कपास सप्‍लाई जैसे फायदे हैं। इससे घरेलू टेक्सटाइल उत्पादकों को लंबे समय में फायदा होने की उम्मीद है।

 

एफटीए से होगा फायदा

एफटीए में ब्रितानी बाजार में भारतीय टेक्सटाइल उद्योग की प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाने की अपार क्षमता है। पाकिस्तान, बांग्लादेश और श्रीलंका जैसे प्रतिस्पर्धी देश वर्तमान में ब्रिटेन की जनरलाइज्ड स्कीम ऑफ प्रेफरेंसेस (GSP) के तहत शुल्क-मुक्त पहुंच का आनंद ले रहे हैं।

किटेक्स गारमेंट्स बच्चों के लिए बुने हुए कपड़ों की अग्रणी भारतीय परिधान निर्माता और निर्यातक है। किटेक्स अपैरल पार्क्स लिमिटेड (KAPL), किटेक्स गारमेंट्स लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है। यह वारंगल और हैदराबाद में दो चरणों में कुल 3,550 करोड़ रुपये के नियोजित पूंजी निवेश के साथ एक प्रमुख विस्तार का नेतृत्व कर रही है। इसमें से 1,550 करोड़ रुपये का निवेश पहले ही किया जा चुका है।

पूर्ण उत्पादन पर KAPL का टारगेट ₹5,000 करोड़ का राजस्व उत्पन्न करना है। वारंगल इकाई अप्रैल 2025 तक और हैदराबाद इकाई दिसंबर 2026 में परिचालन शुरू करने के लिए तैयार है।

कैसा है कंपनी का र‍िपोर्टकार्ड?

कंपनी के वित्तीय आंकड़ों को देखें तो कंपनी ने वित्‍त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में ₹41 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही में ₹20 करोड़ से 105% अधिक है। यह सितंबर तिमाही में ₹37 करोड़ से अधिक है। रिपोर्टिंग तिमाही के दौरान परिचालन से राजस्व बढ़कर ₹276 करोड़ हो गया, जबकि वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही में यह ₹173 करोड़ था। परिचालन लाभ भी साल-दर-साल 54.3% बढ़कर ₹54 करोड़ हो गया। हालांकि, EBITDA मार्जिन 20% पर स्थिर रहा।

विनिर्माण शक्ति, बाजार स्थिति और भू-राजनीतिक लाभों के संयोजन के कारण भारत टेक्सटाइल और परिधान क्षेत्र में अपनी वैश्विक बाजार हिस्सेदारी को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाने के लिए तैयार है। प्रमुख विकास चालकों में नई अमेरिकी टैरिफ संरचना शामिल है, जो प्रमुख प्रतिस्पर्धियों पर ऊंचे शुल्क लगाकर भारतीय निर्यात का समर्थन करती है।

इसके अलावा चीन+1 पॉलिसी चीन से 21 अरब डॉलर तक के व्यवसाय को हटा सकती है। इससे भारतीय निर्यातकों के लिए नए अवसर पैदा हो सकते हैं। बांग्लादेश में राजनीतिक अशांति 30 बिलियन डॉलर के निर्यात को खतरे में डालती है।

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