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IndusInd Bank Shares: 5% से अधिक गिरावट के साथ खुले शेयर, ब्रोकरेज के रुझान पर बढ़ा बिकवाली का दबाव

IndusInd Bank Shares: 5% से अधिक गिरावट के साथ खुले शेयर, ब्रोकरेज के रुझान पर बढ़ा बिकवाली का दबाव

Last Updated on May 16, 2025 10:43, AM by

IndusInd Bank Shares: प्राइवेट सेक्टर लेंडर इंडसइंड बैंक के शेयर आज भारी गिरावट के साथ खुले। इसकी वजह ये है कि बैंक के अकाउंटिंग की एक गड़बड़ी पर ब्रोकरेज फर्मों ने इसकी रेटिंग डाउनग्रेड कर दी और टारगेट प्राइस भी घटा दिया। इसके चलते इंडसइंड बैंक के शेयर आज 5 फीसदी से अधिक गिरावट के साथ खुले। निचले स्तर पर खरीदारी के बाद शेयरों में कुछ रिकवरी तो हुई लेकिन अब भी यह काफी कमजोर स्थिति में है। फिलहाल बीएसई पर यह 1.83 फीसदी की गिरावट के साथ 766.05 रुपये पर है। आज यह 5.68 फीसदी की गिरावट के साथ 735.95 रुपये के भाव पर खुला था।

IndusInd Bank में क्या गड़बड़ी आई सामने?

गुरुवार की शाम को इंडसइंड बैंक ने एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि बैंक की इंटर्नल ऑडिट कमेटी (IAD) बैंक के MFI बिजनेस की जांच कर रही है ताकि जो सवाल उठाए गए हैं, उसकी जांच की जा सके। बैंक के आईएडी ने 8 मई 2025 को एक रिपोर्ट दाखिल की थी जिसमें सामने आया कि वित्तीय वर्ष 2025 की तीन तिमाहियों में ₹674 करोड़ को गलत तरीके से ब्याज के रूप में दिखाया गया और फिर 10 जनवरी को इसे पूरी तरह से पलट दिया गया।

 

व्हिसल ब्लोअर की शिकायत मिलने के बाद इंडसइंड के बोर्ड की ऑडिट कमेटी ने IAD से ‘अदर एसेट्स’ और ‘अदर लाइबिलिटीज’ में दर्ज लेन-देन की समीक्षा करने के लिए भी कहा। अपनी रिपोर्ट में आईएडी ने कहा कि ‘अदर एसेट्स’ में ₹595 करोड़ का अप्रमाणित बैलेंस दिखा जिसे जनवरी 2025 में ‘अदर लाइबिलिटीज’ खातों के बैलेंस से एडजस्ट किया गया। आईएडी ने इसे लेकर अहम एंप्लॉयीज की जांच की है। बैंक ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि इस मामले में जिम्मेदार लोगों की जवाबदेही तय करने के लिए बोर्ड जरूरी कदम उठा रहा है और उचित कार्रवाई करेगा।

क्या है ब्रोकरेज फर्मों का रुझान?

ब्रोकरेज फर्म सीएलएसए ने इंडसइंड बैंक की रेटिंग को खरीदारी से डाउनग्रेड कर होल्ड कर दी है और टारगेट प्राइस घटाकर ₹780 कर दिया है। सीएलएसए का कहना है कि ₹674 करोड़ के अतिरिक्त ब्याज आय को एडजस्ट करने का मतलब है कि बैंक ने जो ने इंटेरेस्ट मार्जिन (NIM) दिखाया था, वास्तव में उससे 17 बेसिस प्वाइंट्स यानी 0.17 फीसदी कम ही था। सीएलएसए ने बैंक के वित्त वर्ष 2025 के नेट प्रॉफिट के अनुमान में 22 फीसदी की कटौती कर दी है तो एनआईएम में गिरावट और सुस्त ग्रोथ के चलते वित्त वर्ष 2026 के भी अनुमान में 13 फीसदी और वित्त वर्ष 2027 के अनुमान में 17 फीसदी की कटौती कर दी है। एक और ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टैमले का कहना है कि बैंक के लिए वित्त वर्ष 2026 और वित्त वर्ष 2027 की कमाई के अनुमान में 15-20 फीसदी की गिरावट का रिस्क है। ब्रोकरेज फर्म ने इसे ₹755 के टारगेट प्राइस पर इक्वल वेट रेटिंग दी

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