ऑटोमोबाईल कंपनी टाटा मोटर्स को वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में 8,470 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा (कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट) हुआ है। सालाना आधार पर यह 51.34% कम रहा है। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी का मुनाफा 17,407 करोड़ रुपए था।
जनवरी-मार्च तिमाही में ऑपरेशन से कंपनी का रेवेन्यू 1.19 लाख करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले की समान तिमाही में टाटा मोटर्स ने 1.18 लाख करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था। सालाना आधार पर यह 0.53% बढ़ा है।
वस्तुओं और सेवाओं को बेचने से मिली राशि को रेवेन्यू या राजस्व कहा जाता है। टाटा मोटर्स ने आज मंगलवार (13 मई) को जनवरी-मार्च तिमाही और सालाना नतीजे जारी किए हैं।
टाटा मोटर्स की टोटल इनकम 0.48% बढ़ी
चौथी तिमाही में टाटा मोटर्स की टोटल इनकम सालाना आधार पर 0.48% बढ़कर 1.21 लाख करोड़ रुपए रही। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी की टोटल इनकम 1.20 लाख करोड़ रुपए रही थी।
नतीजों में आम आदमी के लिए क्या?
कंपनी ने वित्त-वर्ष 2024-25 के लिए हर शेयर पर 6 रुपए फाइनल डिविडेंड यानी लाभांश देने का ऐलान किया है। कंपनियां अपने मुनाफे का कुछ हिस्सा अपने शेयरहोल्डर्स को देती हैं, इसे डिविडेंड या लाभांश कहा जाता है।
कॉन्सोलिडेटेड मुनाफा मतलब पूरे ग्रुप का प्रदर्शन
कंपनियों के रिजल्ट दो भागों में आते हैं- स्टैंडअलोन और कॉन्सोलिडेटेड। स्टैंडअलोन में केवल एक यूनिट या सेगमेंट का फाइनेंशियल परफॉर्मेंस दिखाया जाता है। जबकि, कॉन्सोलिडेटेड या समेकित फाइनेंशियल रिपोर्ट में पूरी कंपनी का डेटा जारी होता है।
यहां, टाटा मोटर्स की जगुआर लैंड रोवर जैसी 100 से ज्यादा सब्सिडियरी और एसोसिएट कंपनियां हैं। इन सभी के फाइनेंशियल रिपोर्ट को मिलाकर कॉन्सोलिडेटेड कहा जाएगा। वहीं, अगर जगुआर लैंड रोवर के अलग रिजल्ट को स्टैंडअलोन कहा जाएगा।
इस साल में अब तक शेयर का परफॉर्मेंस कैसा रहा?
नतीजों के पहले टाटा मोटर्स का शेयर आज 1.73% की गिरावट के साथ 708 रुपए के स्तर पर बंद हुआ। कंपनी का शेयर एक महीने में 14% चढ़ा और 6 महीने में 10% गिरा है। एक साल में कंपनी का शेयर 26% गिरा है। टाटा मोटर्स का मार्केट कैप 2.61 लाख करोड़ रुपए है।

