Last Updated on May 12, 2025 12:35, PM by Pawan
Srigee DLM IPO Listing: प्लास्टिक इंजेक्शन मोल्डिंग की टॉप कंपनियों में शुमार स्रिगी डीएलएम के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में धांसू एंट्री हुई और पहले ही दिन इसने आईपीओ निवेशकों का पैसा डबल कर दिया। इसके आईपीओ को भी निवेशकों का तगड़ा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल इसे 490 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 99 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE SME पर इसकी 188.10 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 90 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Srigee DLM Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर यह 197.50 रुपये (Srigee DLM Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया यानी कि आईपीओ निवेशकों का पैसा अब लगभग डबल हो चुका है।
Srigee DLM IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
स्रिगी डीएलएम का ₹16.98 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 5-7 मई तक खुला था। इस इश्यू को हर कैटेगरी के निवेशकों का तगड़ा रिस्पांस मिला और ओवरऑल यह 490.93 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 136.52 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 1,534.66 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 243.71 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 17,14,800 नए शेयर जारी होंगे। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹5.43 करोड़ ग्रेटर नोएडा में मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी सेटअप करने और ₹9.51 करोड़ इस फैसिलिटी के लिए मशीनरी की खरीदारी में खर्च होंगे। बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
Srigee DLM के बारे में
दिसंबर 20225 में स्रिगी डीएलएम ने कंज्यूमर ड्यूरेबल्स के लिए प्लास्टिक मोल्डिंग्स के साथ कारोबार की शुरुआत की। 2013 से इसने होम एंप्लाएंसेज मोल्डिंग्स में एंट्री मारी और फिर एडवांस्ड इंजेक्शन मोल्डिंग मशीन जोड़कर अपनी क्षमता बढ़ाई। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हो रही है। वित्त वर्ष 2022 में इसे ₹1.13 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर ₹2.81 करोड़ और फिर वित्त वर्ष 2023 में ₹3.1 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 28 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹54.65 करोड़ पर पहुंच गया। पिछले वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो अप्रैल-दिसंबर 2024 में इसे ₹3.77 करोड़ का शुद्ध मुनाफा और ₹54.47 करोड़ का रेवेन्यू हासिल हुआ था।