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Market trend : 24600 से ऊपर जाने पर निफ्टी में शुरू हो सकता है तेजी का नया दौर, 25000 का स्तर जल्द ही मुमकिन

Market trend : 24600 से ऊपर जाने पर निफ्टी में शुरू हो सकता है तेजी का नया दौर, 25000 का स्तर जल्द ही मुमकिन

Last Updated on May 12, 2025 9:43, AM by

Market Trade setup : भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के कारण शुक्रवार 9 मई को समाप्त सप्ताह में निफ्टी में 1 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। साप्ताहिक टाइम फ्रेम पर एक लॉन्ग बियरिश कैंडल बनी। इसके साथ ही वोलैटिलिटी इंडेक्स में बढ़त से आगे और अधिक कमजोरी का संकेत भी नजर आया। हालांकि, शुक्रवार के करेक्शन के बावजूद निफ्टी 23,850-24,600 के दायरे में बना हुआ है। इस दायरे के निचले छोर से नीचे निर्णायक गिरावट आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में निफ्टी को 23,600-23,500 की ओर धकेल सकती है। इसके विपरीत,अगर निफ्टी 24,600 से ऊपर जाने में कामयाब रहता है तो फिर इसमें तेजी का नया दौर शुरू हो सकता है।

यहां आपको कुछ ऐसे आंकड़े दे रहे हैं जिनके आधार पर आपको मुनाफे वाले सौदे पकड़ने में आसानी होगी।

Nifty के लिए की सपोर्ट और रजिस्टेंस लेवल

 

पिवट प्वांइट पर आधारित सपोर्ट : 23,949, 23,895 और 23,808

पिवट प्वांइट पर आधारित रजिस्टेंस : 24,123, 24,177 और 24,264

बैंक निफ्टी

पिवट पॉइंट्स पर आधारित रेजिस्टेंस : 53,929, 54,064 और 54,283

पिवट पॉइंट्स पर आधारित सपोर्ट : 53,493, 53,358 और 53,139

फिबोनैचि रिट्रेसमेंट पर आधारित रेजिस्टेंस : 54,524-56,381

फिबोनैचि रिट्रेसमेंट पर आधारित सपोर्ट: 52,900, 51,902

निफ्टी कॉल ऑप्शन डेटा

वीकली बेसिस पर 25,000 की स्ट्राइक पर 72.53 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम कॉल ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।

निफ्टी पुट ऑप्शन डेटा

24,000 की स्ट्राइक पर 67.71 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम पुट ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम सपोर्ट लेवल का काम करेगा

बैंक निफ्टी कॉल ऑप्शन डेटा

बैंक निफ्टी में 54,000 की स्ट्राइक पर 13.35 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम कॉल ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।

बैंक निफ्टी पुट ऑप्शन डेटा

54,000 की स्ट्राइक पर 17.3 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम पुट ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।

एफआईआई और डीआईआई फंड फ्लो

बाजार की संभावित वोलैटिलिटी को मापने वाला इंडिया VIX भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच एक महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। इससे तेजड़ियों के लिए परेशानी पैदा हो गई। वहीं, मंदड़ियों के लिए रुझान अधिक अनुकूल हो गया। इंडिया VIX 2.98 फीसदी बढ़कर 21.63 पर पहुंच गया, जो 7 अप्रैल के बाद से इसका उच्चतम क्लोजिंग लेवल है।

हाई डिलिवरी ट्रेड

यहां वे स्टॉक दिए गए हैं जिनमें डिलीवरी ट्रेड का सबसे बड़ा हिस्सा देखने को मिला। डिलीवरी का बड़ा हिस्सा स्टॉक में निवेशको (ट्रेडिंग के विपरीत) की रुचि को दर्शाता है।

30 स्टॉक्स में दिखा लॉन्ग बिल्ड-अप

ओपन इंटरेस्ट में बढ़त के साथ ही कीमतों में भी होने वाली बढ़त से आमतौर पर लॉन्ग पोजीशन बनने का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 30 शेयरों में लॉन्ग बिल्ड-अप देखने को मिला।

73 स्टॉक्स में दिखी लॉन्ग अनवाइंडिंग

ओपन इंटरेस्ट में गिरावट के साथ ही कीमतों में भी होने वाली गिरावट से आमतौर पर लॉन्ग अनवाइंडिंग का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 73 शेयरों में सबसे ज्यादा लॉन्ग लॉन्ग अनवाइंडिंग देखने को मिली।

57 स्टॉक्स में दिखा शॉर्ट बिल्ड-अप

ओपन इंटरेस्ट में बढ़त के साथ ही कीमतों में भी होने वाली गिरावट से आमतौर पर शॉर्ट बिल्ड-अप का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 57 शेयरों में सबसे ज्यादा शॉर्ट बिल्ड-अप देखने को मिला।

60 स्टॉक्स में दिखी शॉर्ट कवरिंग

ओपन इंटरेस्ट में गिरावट के साथ ही कीमतों में होने वाली बढ़त से आमतौर पर शॉर्ट कवरिंग का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 60 शेयरों में सबसे ज्यादा शॉर्ट कवरिंग देखने को मिली।

पुट कॉल रेशियो

बाजार के मूड को दर्शाने वाला निफ्टी पुट-कॉल रेशियो 9 मई को गिरकर 0.94 पर रहा, जबकि पिछले सत्र में यह 1.08 के स्तर पर था। गौरतलब है कि 0.7 से ऊपर या 1 को पार पीसीआर का जाना आम तौर पर तेजी की भावना का संकेत माना जाता है। जबकि 0.7 से नीचे या 0.5 की ओर गिरने वाला अनुपात मंदी की भावना का संकेत होता है।

F&O बैन के अंतर्गत आने वाले स्टॉक

F&O सेगमेंट के अंतर्गत प्रतिबंधित प्रतिभूतियों में वे कंपनियां शामिल होती हैं, जिनके डेरिवेटिव अनुबंध मार्केट वाइड पोजीशन लिमिट के 95 फीसदी से ज्यादा हो जाती हैं।

एफएंडओ प्रतिबंध में नए शामिल स्टॉक: कोई नहीं

एफएंडओ प्रतिबंध में पहले से शामिल स्टॉक: सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज, मणप्पुरम फाइनेंस, आरबीएल बैंक

एफएंडओ प्रतिबंध से हटाए गए स्टॉक: कोई नहीं

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